‘गोगी’ ने ‘टप्पू’ के साथ मनाया 20वां जन्मदिन, ‘रोशन’ ने ऐसे किया विश, इस बात पर भड़कीं ‘शक्तिमान’ की ‘गीता’

सीरियल ‘तारक मेहता का उल्टा चश्मा’ सब टीवी पर करीब 14 साल से लोगों का मनोरंजन कर रहा है। इसका हर पात्र कमाल है। इसमें ‘गोगी’ के किरदार में नजर आने वाले समय शाह का बुधवार (22 दिसंबर) को 20वां बर्थडे था। इस खास मौके पर शो की स्टार कास्ट ने समय को बर्थडे विश किया। समय की बर्थडे सेलिब्रेशन की तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हो रही हैं। बर्थडे सेलिब्रेशन में समय के कजिन और सीरियल में जेठालाल के बेटे टप्पू का रोल करने वाले भव्य गांधी भी शामिल हुए। भव्य और समय की एक-दूसरे को केक खिलाते हुए फोटो खूब पसंद की जा रही है। सीरियल में गोगी की मां बनने वालीं मिसेज रोशन सिंह सोढ़ी (जेनिफर मिस्त्री बंसीवाल) ने भी समय को अनूठे अंदाज में बर्थडे विश किया है।

जेनिफर ने इंस्टाग्राम पर एक पोस्ट के जरिए समय की बचपन से लेकर अभी तक की चुनिंदा फोटो शेयर की। साथ ही लिखा,“मारो डिकरो..हैप्पी बर्थडे माई डियर समय शाह…हर समय मैं सोचती हूं कि कितने बड़े हो गए हम..तुम फिजिकली और मेंटली काफी बड़े हो गए। मैं तुम्हारे साथ बनाए गए इस अनमोल बंधन को सहेज कर रखती हूं। को-स्टार्स से अधिक अब हम दोस्त हैं। मुझे दिल से लगता है कि अगर मेरा बेटा होता तो उससे ऐसी ही केमिस्ट्री होती। मुझे तुम्हारी सादगी, आज्ञाकारी स्वभाव पसंद है…हमेशा ऐसे ही रहना..गॉड ब्लेस यू..बहुत सा प्यार और शुभकामनाएं..मम्मी/जेनिफर दीदी/भाई।”


शक्तिमान की ‘गीता’ (वैष्णवी) ने नहीं लिया अवार्ड

हाल ही में इंटरनेशनल आइकॉनिक अवार्ड्स 2021 आयोजित हुए, जिसमें मनोरंजन जगत की कई हस्तियां पहुंचीं। 90 के दशक के मशहूर सीरियल शक्तिमान में 'गीता विश्वास' का रोल निभाने वाली वैष्णवी महंत भी वहां गईं। हालांकि वैष्णवी उन्हें गलत नाम से पुकारने पर गुस्सा हो गईं और बिना पुरस्कार लिए ही चली गईं।

वैष्णवी ने सोशल मीडिया पर वीडियो शेयर कर यह दर्द बयां किया है। वैष्णणी कहती हैं कि ऑर्गनाइजर ने उन्हें बेस्ट एक्ट्रेस फॉरएवर का अवार्ड देने के लिए बुलाया था। पर दुख की बात ये है कि स्टेज पर अवार्ड देने के लिए वो मेरी जगह किसी वंदना का नाम ले रहे थे। एक बार नहीं, बल्कि तीन से चार बार वंदना का नाम लिया। मैं अवार्ड की भूखी नहीं थीं पर अगर किसी को सम्मान मिल रहा है, तो उसके लिए हमें शुक्रगुजार होना चाहिए।

हालांकि जब उन लोगों को मेरा नाम ही नहीं पता, तो मैं अवार्ड लेकर क्या करतीं। मैं वहां से बिना अवार्ड लिए वापस आ गईं। आपको बता दें कि 9 सितंबर 1974 को मुंबई में जन्मीं वैष्णवी के पिता हिंदू जबकि मां एक क्रिश्चियन थीं। उन्हें सबसे पहले 14 साल की उम्र में रामसे ब्रदर्स की हॉरर फिल्म 'वीराना' में मौका मिला था। इसके बाद वैष्णवी ने 'लाडला', 'बंबई का बाबू', 'दानवीर', 'बाबुल' जैसी कई फिल्में की। वर्ष 1997 में आए शक्तिमान ने उन्हें घर-घर में पहचान दिला दी।