फिल्म समीक्षा : टाइगर जिंदा है : पैसा वसूल

निर्माता : आदित्य चोपड़ा
लेखक निर्देशक : अली अब्बास जफर
सितारे : सलमान खान, कैटरीना कैफ और सज्जद डेलाफ्रूज
रेटिंग स्टार: 4

अपने पहले दृश्य ही से फिल्म दर्शकों के दिलो दिमाग पर छाती है और इसका सुरूर फिल्म खत्म होने के बाद भी बना रहता है। जासूसी कथानक पर आधारित फिल्मों में लेखक निर्देशक अली अब्बास जफर की यह फिल्म सुनहरी लफ्जों में लिखी जाएगी। वर्ष 2012 में आई कबीर खान निर्देशित ‘एक था टाइगर’ का सीक्वल यह फिल्म पूरी तरह से एक्शन बेस्ड फिल्म है जिसमें निर्देशक ने अपनी निर्देशकीय क्षमता के साथ अपने लेखन का जादू बरकरार रखा है। साथ ही उन्होंने फिल्म के नायक सलमान खान से उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करवाया है। हालांकि फिल्म का उत्तराद्र्ध कुछ खिंचा सा लगता है लेकिन इस कमी को फिल्म के एक्शन दृश्यों ने पूरा कर दिया है।

एक तरफ जहाँ फिल्म का एक्शन दर्शकों को हैरान करता है वहीं दूसरी तरफ संगीत उनको मस्त करता है। स्वाग से करेंगे सबका स्वागत और दिल बोले गीत लोगों की जुबान पर चढ़ जाते हैं। यह सिर्फ एक एक्शन फिल्म नहीं है बल्कि इसके कथानक में कई परतें हैं जो धीरे-धीरे खुलती हैं और दर्शकों को अपने मोहपाश में बांध लेती हैं। फिल्म एक संदेश भी देती है। यह पूरी तरह से इंसानियत की कहानी है, जिसमें अली अब्बास जफर ने दिखाया है कि सही और गलत की लड़ाई में इंसानियत की हत्या होती है।

सितारों का अभिनय उम्दा है। फिल्म में जहां पूरी तरह से सलमान खान को फोकस किया गया है वहीं दूसरी ओर कैटरीना कैफ और खलनायक की भूमिका में नजर आए सज्जद डेलाफ्रूज का भी पूरा ध्यान रखा गया है। सज्जद इरानी सितारे हैं जो दुबई में रहते हैं और इरान के कई टीवी शोज और फिल्मों में काम कर चुके हैं। उनका अभिनय किरदार की आवश्यकता के अनुरूप है। फिल्म के संवाद प्रभावशाली हैं, जो दर्शकों की तालियां प्राप्त करते हैं। विशेष रूप से सलमान खान द्वारा बोले गए संवाद।

निश्चित रूप से यह वर्ष 2017 की आखिरी और पहली बड़ी हिट फिल्म है। बॉक्स ऑफिस को इससे खासी उम्मीदें हैं जो पूरी होती नजर आ रही हैं। यदि आप सलमान खान और एक्शन के प्रशंसक हैं तो इस फिल्म को आप एक बार नहीं बल्कि दो-तीन बार देखना पसन्द करेंगे।