बॉलीवुड अभिनेता सैफ अली खान के घर में चोरी और उन पर हमले की घटना ने फिल्म इंडस्ट्री में सनसनी फैला दी है। घटना बुधवार देर रात करीब 2:30 बजे मुंबई के खार स्थित उनके अपार्टमेंट में हुई, जब एक चोर घर में घुसा और पकड़े जाने पर सैफ पर धारदार चाकू से हमला कर फरार हो गया। हमले में सैफ के गले, पीठ, हाथ और सिर पर चोटें आई हैं। उन्हें तुरंत लीलावती अस्पताल ले जाया गया, जहां उनकी सर्जरी की गई और अब उनकी हालत स्थिर बताई जा रही है। घटना के समय सैफ घर पर अकेले थे, जबकि उनकी पत्नी करीना कपूर अपनी दोस्त के साथ पार्टी में थीं। सौभाग्य से, करीना कपूर खान और उनके दोनों बच्चे सुरक्षित हैं। मशहूर क्रिकेटर मंसूर अली खान और शर्मिला टैगोर के बेटे सैफ अली खान का जन्म 16 अगस्त 1970 को दिल्ली में हुआ था, लेकिन उनकी स्कूलिंग हिमाचल प्रदेश के एक स्कूल में हुई। सैफ अली खान ने हिमाचल प्रदेश के लॉरेंस स्कूल, सनावर से पढ़ाई की। यह स्कूल सोलन शहर के पास है। यह इलाका कसौली हिल्स के पास है। लॉरेंस स्कूल, देश के सबसे पुराने निजी बोर्डिंग स्कूलों में से एक है। यही नहीं, इस स्कूल की गिनती एशिया के सबसे प्रतिष्ठित और सबसे पुराने स्कूलों में भी होती है।
कब हुई थी इस स्कूल की स्थापनाहिमाचल प्रदेश के लॉरेंस स्कूल, सनावर की स्थापना 15 अप्रैल 1847 को सर हेनरी लॉरेंस ने की थी। शुरुआत में इस स्कूल में केवल 14 छात्र थे, लेकिन 1853 तक यह संख्या बढ़कर 195 हो गई। 1857 में सर हेनरी लॉरेंस की मृत्यु के बाद, स्कूल का नाम उनके सम्मान में रखा गया और इसका प्रबंधन सरकार ने अपने हाथों में ले लिया। प्रथम विश्व युद्ध के दौरान, इस स्कूल के कई छात्रों ने युद्ध में भाग लिया। 1920 में, इसे लॉरेंस रॉयल मिलिट्री स्कूल का नाम दिया गया। 1947 के बाद, स्कूल का नियंत्रण ब्रिटिश क्राउन से भारत सरकार के रक्षा मंत्रालय को सौंपा गया और 1949 में यह शिक्षा मंत्रालय के अधीन आ गया। 1953 में यह एक स्वायत्त संस्था 'लॉरेंस स्कूल (सनावर) सोसाइटी' के अधीन हो गया, जिसके अध्यक्ष भारत सरकार के शिक्षा सचिव हैं। यह स्कूल समुद्र तल से 1,750 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है और लगभग 139 एकड़ में फैला हुआ है, चारों ओर से पहाड़ों और हरियाली से घिरा हुआ।
इस स्कूल में कक्षा 5वीं से 12वीं तक की पढ़ाई होती है। प्रवेश प्रक्रिया नवंबर के पहले सप्ताह में शुरू होती है और प्रवेश परीक्षाएं नवंबर के दूसरे रविवार को आयोजित की जाती हैं। कक्षा 8वीं, 9वीं और 11वीं के लिए परीक्षाएं फरवरी के दूसरे रविवार को होती हैं, जबकि कक्षा 11वीं के लिए अप्रैल में परीक्षाएं आयोजित की जाती हैं।
फीस संरचना कक्षा और नए या पुराने छात्रों के आधार पर भिन्न होती है। कक्षा 5वीं से 8वीं के नए छात्रों के लिए फीस ₹9,86,500 से ₹12,98,400 तक है, जबकि कक्षा 9वीं से 12वीं के लिए यह ₹10,20,500 से ₹13,43,400 तक होती है। पहले से पढ़ रहे छात्रों के लिए कक्षा 5वीं से 8वीं की फीस ₹6,35,500 से ₹8,30,400 तक और कक्षा 9वीं से 12वीं की फीस ₹6,56,500 से ₹8,58,400 के बीच होती है।
सैफ अली खान का फिल्मी करियरसैफ अली खान, जिन्हें 'छोटे नवाब' के नाम से भी जाना जाता है, ने 1993 में फिल्म 'परंपरा' से बॉलीवुड में कदम रखा। हालांकि यह फिल्म बॉक्स ऑफिस पर सफल नहीं रही, लेकिन इसके बाद उन्होंने 'आशिक आवारा', 'ये दिल्लगी', 'मैं खिलाड़ी तू अनाड़ी', 'हम साथ-साथ हैं' जैसी सफल फिल्मों में काम किया। 2001 में रिलीज़ हुई 'दिल चाहता है' ने उनके करियर को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया।
सैफ का जन्म 16 अगस्त 1970 को दिल्ली में हुआ था। वह मशहूर क्रिकेटर मंसूर अली खान पटौदी और अभिनेत्री शर्मिला टैगोर के बेटे हैं। उनकी बहन सोहा अली खान भी फिल्म उद्योग में सक्रिय हैं। सैफ की पहली पत्नी अमृता सिंह थीं, जिनसे उनके दो बच्चे, सारा अली खान और इब्राहिम अली खान हैं। सारा ने बॉलीवुड में सफलतापूर्वक कदम रखा है। बाद में, सैफ ने अभिनेत्री करीना कपूर से विवाह किया, जिनसे उनके दो बेटे, तैमूर अली खान और जेह हैं।
सैफ अली खान की कुल संपत्ति लगभग ₹1,200 करोड़ आंकी गई है। वह प्रति फिल्म ₹10-15 करोड़ की फीस लेते हैं और ब्रांड एंडोर्समेंट से भी अच्छी खासी कमाई करते हैं। मुंबई के बांद्रा में उनका एक आलीशान अपार्टमेंट है, जिसकी कीमत ₹103 करोड़ से अधिक है। इसके अलावा, हरियाणा के गुड़गांव में स्थित उनका पुश्तैनी पटौदी पैलेस लगभग ₹800 करोड़ मूल्य का है।
सैफ अली खान ने अपने करियर में 'ओमकारा', 'लव आज कल', 'कॉकटेल', 'रेस' और 'तान्हाजी' जैसी फिल्मों में विविधतापूर्ण भूमिकाएं निभाई हैं। इसके अलावा, उन्होंने वेब सीरीज 'सेक्रेड गेम्स' में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, जिससे उनकी लोकप्रियता और बढ़ी।
सैफ अली खान का फिल्मी सफर उनकी प्रतिभा, मेहनत और समर्पण का प्रमाण है, जिसने उन्हें भारतीय सिनेमा में एक महत्वपूर्ण स्थान दिलाया है।