शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने फिल्मकार संजय लीला भंसाली से उनकी आगामी फिल्म पद्मावती पर बात की है। यह जानकारी पार्टी के एक शीर्ष पदाधिकारी ने सोमवार को दी।
ठाकरे ने भंसाली से यह बात राजपूत समुदाय के कुछ शीर्ष नेताओं के साथ बैठक के दौरान की। राजपूत नेता इस मामले में उनसे हस्तक्षेप करने का अनुरोध करने आए थे।
शिवसेना सांसद संजय राउत ने बाद में कहा, "हमने स्पष्ट कर दिया है कि कोई सौहाद्र्रपूर्ण समाधान निकाला जाना चाहिए, जिससे समुदाय के हित को नुकसान न हो। यदि राजपूतों को किसी दृश्य से आपत्ति है तो भंसाली को उसे हटाना चाहिए।"
उन्होंने कहा कि राजपूत रानी पद्मावती न सिर्फ राजस्थान के लोगों के लिए गौरव की स्रोत हैं, बल्कि पूरे देश के हिंदुओं के लिए भी।
राउत के अनुसार, राजपूत समुदाय के नेताओं ने ठाकरे को पद्मावती को लेकर देशभर में जारी विवाद के बारे में जानकारी दी और यह सुनिश्चित करने के लिए उनसे हस्तक्षेप का आग्रह किया कि फिल्म के जरिए समुदाय को किसी तरह का नुकसान नहीं होना चाहिए।
यह बैठक फिल्म की सामग्री को लेकर पैदा हुए विवाद के बीच हुई है। फिल्म के कुछ दृश्यों को लेकर राजपूत समुदाय नाराज है, जिसमें रानी पद्मावती पर फिल्माया गया एक नृत्य गीत शामिल है। राजपूत समुदाय इसे गलत और अपमानजनक बताता है।
वही दूसरी तरफ पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने फिल्म 'पद्मावती' को लेकर पैदा हुए विवाद की निंदा की। उन्होंने इसे अभिव्यक्ति की आजादी को खत्म करने के लिए 'दुर्भाग्यपूर्ण' और 'सुनियोजित' प्रयास बताया।
ममता ने ट्वीट किया, "'पद्मावती' विवाद न सिर्फ दुर्भाग्यपूर्ण है, बल्कि हमारी अभिव्यक्ति की आजादी को खत्म करने के लिए एक राजनीतिक दल की सोची-समझी साजिश है। हम इस सुपर आपातकाल की निंदा करते हैं।"
बता दे, फिल्म की रिलीज़ को 'स्वेछा' से स्थगित कर दिया गया है। फिल्म की निर्माता और वितरक वायकॉम 18 मोशन पिक्चर्स के एक प्रवक्ता ने रविवार को यह जानकारी दी। कंपनी के प्रवक्ता ने एक बयान में कहा, 'पद्मावती' की निर्माण कंपनी वायकॉम 18 मोशन पिक्चर्स ने अपनी पूर्वनिर्धारित तारीख 1 दिसंबर, 2017 को फिल्म की रिलीज स्थगित कर दी है।