कभी दक्षिण भारत की राजनीति में तूफान लाने वाले और 7 वर्ष तक लगातार आंध्रप्रदेश के मुख्यमंत्री रहने वाले अभिनेता नंदमूरि तारक रामाराव की बायोपिक का ट्रेलर जारी कर दिया गया है। दक्षिण भारत सिनेमा के मशहूर नाम नंदमूरि तारक रामाराव की बायोपिक आगामी वर्ष 9 जनवरी के सिनेमाघरों में प्रदर्शित होने जा रही है। इस फिल्म में हिन्दी सिने नेत्री विद्या बालन भी नजर आएंगी। फिल्म में विद्या बालन एनटीआर की पत्नी बासवतारकम का किरदार निभाती हुई दिखाई देंगी। कुछ दिन पूर्व इस फिल्म के निर्माताओं ने इसके पोस्टर जारी किए थे, जिनमें विद्या बालन हारमोनियम बजाती हुई नजर आई थीं।
नंदमूरि तारक रामाराव की बायोपिक को दो भागों में बनाया है। इसका पहला भाग 9 जनवरी को और दूसरा भाग 24 जनवरी को प्रदर्शित किया जाएगा। यह भारतीय सिनेमा की पहली ऐसी फिल्म बन गई है जिसके दोनों भागों को दो सप्ताह के अन्तराल में दर्शकों के सामने लाया जा रहा है। इससे पहले निर्माता निर्देशक रामगोपाल वर्मा ने अपनी फिल्म ‘रक्त चरित्र’ को दो भागों में बनाया था और उन्हें चार सप्ताह के अन्तराल में सिनेमाघरों में प्रदर्शित कर दिया था। ‘रक्त चरित्र’ में कई सितारों ने काम किया था, जिनमें मुख्य थे विवेक ओबेराय और शत्रुघ्न सिन्हा।
नंदमूरि तारक रामाराव की बायोपिक के पहले भाग को ‘कथानायकुडू’ नाम से प्रदर्शित किया जा रहा है। इस भाग में एनटीआर के फिल्म करियर को दिखाया जाएगा। 24 जनवरी को प्रदर्शित होने वाले दूसरे भाग में एनटीआर के राजनीतिक करियर को दिखाया जाएगा। इसमें बताया जाएगा कि किस तरह से एक अभिनेता से एनटीआर राजनेता बने और लोकप्रियता के समस्त पायदानों को पीछे छोडते हुए उन्होंने आंध्रप्रदेश की राजनीति को तो बदला ही साथ ही उनके दल ने केन्द्रीय राजनीति में भी तूफान खड़ा कर दिया था।
नंदमूरि तारक रामाराव की बायोपिक में हिन्दी फिल्मों के कई सितारे अहम् भूमिकाओं में नजर आएंगे। फिल्म में शीर्षक भूमिका एनटीआर के बेटे नंदमूरी बालकृष्ण निभा रहे हैं। बॉलीवुड के सितारों में विद्या बालन, रकुल प्रीत सिंह (मूल रूप से दक्षिण की ही हैं, श्रीदेवी की भूमिका में नजर आएंगी), बाहबुली में भल्लाव देव के रूप में नजर आए राणा डग्गुबती उनके दामाद और आंध्रप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू के रूप में नजर आएंगे। साथ ही बांग्ला एक्टर जीशू सेनगुप्ता, वेंकटेश और महेश बाबू भी दिखाई देंगे। इस फिल्म का निर्माण बालकृष्ण और विष्णुवर्धन इंदूरी ने किया है।