सा रे गा मा पा लिटिल चैंप्स के मंच पर भावुक हुए मिथुन चक्रवर्ती, बीते दिन याद कर कहा - खाली पेट सोया, स्किन कलर को लेकर अपमानित हुआ

मिथुन चक्रवर्ती हिंदी फिल्म इंडस्ट्री के बड़े एक्टर्स में गिने जाते हैं। मिथुन ने 1976 में मूवी Mrigayaa से डेब्यू किया था। इस फिल्म के लिए एक्टर ने नेशनल अवॉर्ड जीता था। 80s, 90s में मिथुन ने कई हिट फिल्में दी थीं, जिनमें डिस्को डांसर, वारदात, बॉक्सर, अग्निपथ जैसी फ़िल्में शामिल हैं। मिथुन की पिछली रिलीज 'द कश्मीर फाइल्स' थी। इस फिल्म ने बॉक्स ऑफिस पर जबरदस्त कमाई की थी। हाल ही में एक्टर रियलिटी सिंगिंग शो सा रे गा मा पा लिटिल चैंप्स के मंच पर पहुंचे। जहां मिथुन ने कंटेस्टेंट्स को खूब इंस्पायर किया। हालाकि, शो के दौरान एक ऐसा समय भी आया जब मिथुन भावुक हो गए। मिथुन ने अपने कड़वे अनुभव को सबके सामने रखा और अपने संघर्ष के बारे में बताया।

मिथुन चक्रवर्ती ने बताया कि स्किन कलर की वजह से उन्हें काफी परेशानी झेलनी पड़ी थी। उनका अपमान किया गया था। इसकी वजह से वे अक्सर रोया करते थे। शो में मिथुन ने कहा, 'मैं नहीं चाहूंगा जिंदगी में जिन परिस्थितियों से मैं गुजरा हूं दूसरा कोई और भी इसे झेले। हर किसी के स्ट्रगल होते हैं, वो मुश्किल दिनों में लड़ता है। लेकिन मुझे मेरी स्किन कलर को लेकर भला बुरा कहा गया। स्किन कलर को लेकर सालों तक मेरा अपमान किया गया। मैंने वो दिन भी देखे जब मैं खाली पेट सोता था। मैं सोने के लिए रोता था। ऐसे भी दिन रहे जब मुझे सोचना पड़ता था खाने में अब आगे क्या खाऊंगा, सोने के लिए कहां जाऊंगा। कई दिनों तक मैं फुटपाथ पर भी सोया हूं।'

मिथुन चक्रवर्ती ने बताया यही वजह है वो नहीं चाहते उनपर बायोपिक बने। क्योंकि वो नहीं चाहते कोई उस दर्द से गुजरे जिससे वो गुजर चुके हैं।

एक्टर ने कह, 'तभी मैं नहीं चाहता मुझ पर कोई बायोपिक बने। मेरी स्टोरी किसी को इंस्पायर नहीं करेगी। मेरी कहानी उन्हें मानसिक रूप से तोड़ देगी, लोगों को उनके सपने पूरा करने से डिसकरेज कर दूंगा। मैं नहीं चाहता ऐसा हो। अगर मैं कर सकता हूं तो कोई भी कर सकता है। मैंने इंडस्ट्री में खुद को साबित करने के लिए लड़ाई लड़ी है। मैं लेजेंडरी इसलिए नहीं हूं क्योंकि मैंने हिट फिल्में दी हैं। मैं लेजेंड हूं क्योंकि मैंने अपनी जिंदगी के सभी दर्द और संघर्ष को पार कर लिया है। सेट पर मिथुन का ये दर्द सुन सबकी आंखें नम हो गई थीं।'