मनोज कुमार ने पहली फिल्म में निभाया था 90 साल के 'भिखारी' का रोल, दोस्तों ने पहचानने से कर दिया था इनकार

फिल्मी दुनिया में कदम रखना जितना रोमांचक लगता है, असल में उसमें अपनी अलग पहचान बनाना और स्टारडम हासिल करना उतना ही चुनौतीपूर्ण होता है। कई कलाकारों का सपना होता है कि वो सीधे मुख्य भूमिका निभाएं, लेकिन हकीकत में अक्सर संघर्ष की राह से ही होकर गुजरना पड़ता है। ऐसे ही एक संघर्षशील कलाकार थे मनोज कुमार (Manoj Kumar), जिन्होंने अपने हुनर से खुद को साबित किया। आपको बता दे, प्रसिद्ध अभिनेता और फिल्म निर्देशक मनोज कुमार का 87 वर्ष की उम्र में निधन हो गया है। उन्होंने मुंबई के कोकिलाबेन धीरूभाई अंबानी अस्पताल में अंतिम सांस ली। उनके निधन की खबर से पूरे फिल्म जगत में शोक की लहर दौड़ गई है। फैंस और सेलेब्स सोशल मीडिया पर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित कर रहे हैं। मनोज कुमार पिछले कई दिनों से बीमार चल रहे थे और उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था। शुक्रवार सुबह उन्होंने दुनिया को अलविदा कह दिया।

पहली ही फिल्म में 90 साल के भिखारी का किरदार निभाया

लंबे कद, गोरे रंग और हीरो जैसे लुक्स वाले मनोज कुमार जब 1956 में दिल्ली से मुंबई आए थे, तो किसी को नहीं पता था कि वो अभिनेता बनने के लिए किस हद तक मेहनत करने को तैयार हैं। उनकी पहली फिल्म 'फैशन' (Fashion) थी, जिसका निर्देशन लेखराज भकरी ने किया था। इस फिल्म में माला सिन्हा और प्रदीप कुमार लीड रोल में थे, लेकिन मनोज कुमार को मिला 90 साल के एक भिखारी का किरदार। 19 साल की उम्र में उन्होंने उस भूमिका को इतनी सच्चाई से निभाया कि परिवार और दोस्त भी उन्हें पहचान नहीं पाए। यह फिल्म उनकी डेब्यू फिल्म थी, लेकिन उन्हें स्क्रीन क्रेडिट तक नहीं मिला।

450 रुपये की नौकरी और पहचान की शुरुआत

एक इंटरव्यू में मनोज कुमार ने खुद बताया था, जब मैं 1956 में बॉम्बे आया था, तो फैशन फिल्म में 90 साल के भिखारी का रोल किया था। इसके बाद फिल्मिस्तान स्टूडियो ने मुझे 450 रुपये प्रति माह की नौकरी पर रख लिया था। उन्होंने यह भी कहा था कि उस किरदार को निभाने के बाद न सिर्फ दर्शक बल्कि उनके अपने भी चौंक गए थे। मनोज कुमार ने अपने अभिनय की शुरुआत से ही यह साबित कर दिया था कि असली कलाकार वही होता है जो किसी भी किरदार को पूरी ईमानदारी से निभाए, चाहे वो छोटा हो या बड़ा।