संजय लीला भंसाली की फिल्म 'पद्मावती' को लेकर मचे बवाल के बीच पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने शुक्रवार को कहा कि उनका राज्य फिल्म और उसके कलाकारों का स्वागत करने के लिए तैयार है। ममता से यहां 'इंडिया टुडे ईस्ट कॉनक्लेव' में पूछा गया कि क्या उनका राज्य प्रीमियर के लिए फिल्म के कलाकारों का स्वागत करेगा, जबकि कई अन्य राज्य इसे प्रतिबंधित कर चुके हैं? इस पर ममता ने कहा, "हां, हम उनका स्वागत करेंगे। अगर वे अन्य राज्यों में फिल्म का प्रीमियर नहीं कर सकते हैं तो यहां उनका स्वागत है। हम इसकी खास व्यवस्था करेंगे।"
उन्होंने कहा, "बंगाल ऐसा कर बहुत खुश होगा।"पहले भी पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने संजय लीला भंसाली की ऐतिहासिक फिल्म 'पद्मावती' को लेकर पैदा हुए विवाद की निंदा की थी। उन्होंने इसे अभिव्यक्ति की आजादी को खत्म करने के लिए 'दुर्भाग्यपूर्ण' और 'सुनियोजित' प्रयास बताया।
ममता ने ट्वीट किया, "'पद्मावती' विवाद न सिर्फ दुर्भाग्यपूर्ण है, बल्कि हमारी अभिव्यक्ति की आजादी को खत्म करने के लिए एक राजनीतिक दल की सोची-समझी साजिश है। हम इस सुपर आपातकाल की निंदा करते हैं।"
वही जयपुर से एक ख़बर ने इस विवाद को और हवा दे दी है, बता दे कि जयपुर के नाहरगढ़ किले की दिवार पर एक युवक की लाश लटकी मिली है और किले की दीवार पर एक संदेश भी है 'हम सिर्फ पुतले ही नहीं लटकाते पद्मावती।' बता दे, देशभर में फिल्म की रिलीज का कई संगठन विरोध कर रहे हैं। संगठनों ने भंसाली पर ऐतिहासिक तथ्यों से छेड़छाड़ करने का आरोप लगाया है।
गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रुपानी ने 22 नवंबर को घोषित किया कि उनकी सरकार राज्य में होने वाले चुनावों के मद्देनजर 'पद्मावती' को रिलीज करने की अनुमति नहीं देगी।
इससे पहले मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी राजपूत रानी पद्मावती के जीवन पर बनी फिल्म को राज्य में रिलीज नहीं होने देने की घोषणा कर चुके हैं।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने फिल्म के निर्देशक को राजपूत समुदाय की भावना से खिलवाड़ करने वाला बताया है, वहीं राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने फिल्म से आपत्तिजनक दृश्यों को हटाए जाने की मांग की है।