फिल्म 'यारियां' से निर्देशन के क्षेत्र में कदम रख चुकीं दिव्या ने इस काम को बताया सबसे कठिन

फिल्म 'यारियां' से निर्देशन के क्षेत्र में कदम रख चुकीं फिल्मकार व अभिनेत्री दिव्या खोसला कुमार ने कहा कि फिल्म बनाना कठिन काम है। दिव्या ने कहा, "मुझे लगता है कि फिल्म निर्माण अपने आप एक कठिन काम है। आपके अंदर एक फिल्म निर्देशक और रचनात्मक व्यक्ति के रूप में बहुत ज्यादा पागलपन होना चाहिए। जब मैं कोई फिल्म बना रही होती हूं तो वह मेरे लिए मुझसे बड़ी चीज होती है। अगर फिल्म के लिए खुद पर अत्याचार करने की जरूरत होती है तो मैं उससे भी पीछे नहीं हटती हूं।"

दिव्या ने फिल्म 'सनम रे' का भी निर्देशन किया है। वह कहती हैं, "ऐसी स्थितियों और स्थानों पर शूटिंग आसान नहीं है, जो कभी-कभी बहुत ही विकट होती हैं। लेकिन जब आप दृश्यों को कैप्चर कर रहे होते हैं और कुछ बना रहे होते हैं तो स्थितियां मायने नहीं रखती हैं।"

दिव्या हाल ही में एक लघु फिल्म 'बुलबुल' में नजर आई थीं। 25 मिनट की इस लघु फिल्म की अधिकांश शूटिंग शिमला में हुई थी। आशीष पांडे द्वारा निर्देशित फिल्म में शिव पंडित, एली अवराम भी थे।