2 News : जगजीत को बेटे के शव के लिए देनी पड़ी थी रिश्वत, अंकिता 2 बार कर चुकी हैं कास्टिंग काउच का सामना

गजल गायक जगजीत सिंह आज भले ही इस दुनिया में नहीं है, लेकिन उनकी आवाज जिंदा है। आज भी लोग उनकी मखमली आवाज में गाए हुए गीतों में पूरी तरह से डूब जाते हैं। जगजीत के बेटे के निधन को लेकर दिग्गज फिल्ममेकर महेश भट्ट ने खुलासा किया है। जगजीत ने बहुत कम उम्र में ही बेटे को खो दिया था। जगजीत का बेटा 20 साल का था तब एक कार एक्सीडेंट में उसका निधन हो गया था। इसके बाद जगजीत बुरी तरह से टूट गए थे। महेश ने बताया कि जगजीत को बेटे के शव तक पहुंचने के लिए रिश्वत देनी पड़ी थी।

दरअसल ‘सारांश’ फिल्म के 40 साल पूरे होने पर महेश और अनुपम खेर ने एक इवेंट रखा था। इसमें महेश ने कहा कि जब जगजीत के बेटे की एक्सीडेंट में मौत हो गई, तो उन्होंने मुझे बताया कि उन्हें अपने बेटे का शव लेने के लिए जूनियर अधिकारियों को रिश्वत देनी पड़ी और तभी उन्हें 'सारांश' फिल्म के महत्व का एहसास हुआ कि किस तरह एक आम आदमी को अपनों का ही शव लेने के लिए कितना स्ट्रगल करना पड़ता है। यह फिल्म के लिए एक रेफरेंस पॉइंट है।

साल 1990 में बेटे की मौत के बाद जगजीत की पत्नी मशहूर सिंगर चित्रा सिंह ने गाना बंद कर दिया। इस कपल की एक बेटी भी थी, जिसकी साल 2009 में मौत हो गई थी। बता दें ‘सारांश’ की कहानी एक महाराष्ट्रियन कपल की थी जो अपने इकलौते बेटे को खो देते हैं। अनुपम ने करप्शन से लड़ते एक 60 साल के बुजुर्ग का किरदार निभाया था। हैरानी की बात यह थी कि उस वक्त अनुपम की उम्र मात्र 28 साल थी। बाद में अनुपम और महेश ने ‘डैडी’ और ‘दिल है कि मानता नहीं’ जैसी फिल्मों में भी साथ काम किया था।

अंकिता लोखंडे ने ‘बिग बॉस 17’ में पेश की थी तगड़ी चुनौती

एक्ट्रेस अंकिता लोखंडे ने हाल ही में ‘बिग बॉस 17’ में शिरकत की थी। वह टॉप 5 कंटेस्टेंट में थीं। अब अंकिता ने खुलासा किया है कि उन्हें साउथ फिल्म के दौरान दो बार कास्टिंग काउच का सामना करना पड़ा। अंकिता ने बॉलीवुड बबल को दिए एक इंटरव्यू में इंडस्ट्री में कास्टिंग काउच के अनुभव के बारे में बताया। अंकिता ने कहा कि कास्टिंग काउच से मेरा पहला सामना तब हुआ जब मैं अपना करिअर शुरू कर रही थीं और मुझे एक साउथ फिल्म के ऑडिशन के लिए बुलाया गया था।

फिर उससे डील करने को कहा गया। मैं बहुत स्मार्ट थी और वहां उस कमरे में अकेली थी। उस समय मेरी उम्र 19 या 20 साल की रही होगी और मैंने उनसे पूछा, आपका प्रोड्यूसर कैसा समझौता चाहता है? क्या मुझे पार्टियों में या डिनर के लिए जाना होगा? मैं ऐसी स्थिति से बचना चाहती थीं, जहां मुझे सीधे तौर पर प्रोड्यूसर के साथ सोने की बात कही जाए।

और जैसे ही उसने ये कहा, मैंने उसकी बैंड बजा दी थी। अंकिता ने दूसरी घटना के बारे में बात करते हुए कहा कि जब मैं फिल्मों में लौटी तो मुझे यह दोबारा महसूस हुआ। मैंने बस उस लड़के से हाथ मिलाया। मैं उनका नाम नहीं लेना चाहती, वह एक महान अभिनेता थे। उस पल मुझे बुरी अनुभूति हुई और मैंने तुरंत अपना हाथ हटा लिया और चली गई।