एक्ट्रेस आलिया भट्ट को फिल्म लाइन में एक दशक से ज्यादा हो चुका है। आलिया ने अब तक के करिअर में कई प्रकार के रोल किए हैं। उन्हें कई चुनौतीपूर्ण भूमिकाएं निभाने का मौका भी मिला, जिन्हें उन्होंने बखूबी अंजाम दिया। उनके खाते में कई प्रतिष्ठित अवार्ड आ चुके हैं। आलिया ने एक्टिंग की शुरुआत साल 2012 में करण जौहर की फिल्म ‘स्टूडेंट ऑफ द ईयर’ से की थी। इसमें उन्होंने शनाया सिंघानिया का रोल प्ले किया था। फैंस को आलिया पसंद आई थीं, लेकिन उनके पिता दिग्गज डायरेक्टर महेश भट्ट की राय सबसे जुदा है।
उन्हें आलिया फिल्म में पुतले से ज्यादा कुछ नजर नहीं आई, जिसका मतलब है कि उनके पास खुद को साबित करने लायक काम नहीं था। अब महेश ने इंडिया टुडे के साथ बातचीत में आलिया की एक्टिंग पर अपनी राय रखी है। उन्होंने इम्तियाज अली की ‘हाईवे’ और अनुराग कश्यप की ‘उड़ता पंजाब’ जैसी फिल्मों में आलिया की परफॉर्मेंस की तारीफ की। महेश ने कहा कि मुझे कहना होगा कि मैं ‘उड़ता पंजाब’ देखने के बाद सदमे में था।
मैं समझ नहीं पा रहा था कि जुहू की इस लड़की को कब छत्तीसगढ़ के एक आदिवासी का उच्चारण करने का अधिकार मिल गया। मैंने आलिया का काम देखने के बाद उसकी पीठ थपथपाई थी। ‘गंगूबाई काठियावाड़ी’ भी आलिया की बेहतरीन फिल्म है। उनका ये किरदार उस लड़की से अलग था जो ‘स्टूडेंट ऑफ द ईयर’ में सिर्फ एक पुतला थी।
महेश भट्ट ने आलिया को लेकर बनाई थी ‘सड़क 2’, नहीं चली फिल्मइसी इंटरव्यू में महेश ने अपनी दोहिती यानी आलिया और रणबीर कपूर की बेटी राहा के बारे में भी बात की। महेश ने स्वीकार किया कि उनका ध्यान अब बेटी से हटकर राहा पर चला गया है। आलिया ने अपने पिता के साथ ‘सड़क 2’ में काम किया था, जिसे खराब रिव्यू मिले थे। इंडियन एक्सप्रेस को एक इंटरव्यू में महेश ने ‘सड़क 2’ को अपनी अंतिम फिल्म बताते हुए कहा कि मैं पुराना हो चुका हूं।
आलिया की आने वाली फिल्म की बात करें तो वह 'अल्फा' में एकदम अलग तरह का किरदार निभाती नजर आएंगी। यह वाईआरएफ के स्पाई यूनिवर्स की फिल्म है। इसके अलावा वो 'जिगरा' में भी दिखाई देंगी। इसका निर्देशन वासन बाला ने किया है। फिल्म 11 अक्टूबर को रिलीज होगी। इसमें वेदांग रैना और आदित्य नंदा ने भी काम किया है। इसका निर्माण करण जौहर, अपूर्व मेहता और सोमेन मिश्रा ने मिलकर किया है।