अक्सर हमें अखबारों में कई प्रकार के विज्ञापन देखने और पढऩे को मिलते हैं, लेकिन जब से इंटरनेट का वर्चस्व बढ़ा है विभिन्न प्रकार की साइडों पर हमें विजुएल विज्ञापन देखने को मिले हैं। इन विज्ञापनों को जिस अंदाज में फिल्माया जा रहा है वह लाजवाब है। इन दिनों यू ट्यूब पर पुराने गीतों को देखते हुए बीच में अंबुजा सीमेंट का एक विज्ञापन दिखायी देता है जिसकी टैग लाइन है ‘छतें: चलो छत पे मिलते हैं’। इस विज्ञापन में कम्पनी ने अपने प्रोडक्ट का प्रचार कम किया अपितु उसने गुजरे जमाने की छतों पर होने वाली उन घटनाओं को याद किया जिन्हें आज देखने का अवसर नहीं मिलता है।
एड को निर्देशित करने वाले निर्देशक ने बड़ी बारीकी से एक-एक दृश्य को कैमरे में उतारा है। हर छोटी-छोटी बात को उन्होंने दृश्यों के द्वारा इस पेश किया जैसे धागे में फूलों की माला पिरोई गई हो।
विज्ञापन में पूरा एक गीत है जिसके बोल दिल को छूते हैं, इसमें साथ देता है इसका संगीत जो कर्णप्रिय होने के साथ-साथ गुजरे वक्त की जुगाली करता है। गीत के साथ कमेंटरी है जिसमें छत पर होने वाली घटनाओं का जिक्र किया है। इस विज्ञापन की जितनी तारीफ की जाए उतनी कम है। क्रिएटिविटी का जवाब नहीं है। जिस अंदाज में इसे सोचा और फिल्माया गया है वह बेहतरीन, लाजवाब, बेमिसाल है।