KRK ने ‘चंडीगढ़ करे आशिकी’ को बताया ‘सॉफ्ट पोर्न’ फिल्म, नसीरुद्दीन ने इरफान को लेकर किया खुलासा

बिग बॉस फेम एक्टर और फिल्मों के क्रिटिक कमाल आर खान उर्फ केआरके आएदिन किसी न किसी से पंगा लेते रहते हैं। केआरके फिल्मों के रिलीज होने से पहले ही अपनी रिएक्शन देते हैं। अब उन्होंने आयुष्मान खुराना और वाणी कपूर की फिल्म 'चंडीगढ़ करे आशिकी' को लेकर कुछ ऐसा कहा कि सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। दरअसल, केआरके ने इस फिल्म को अपने शब्दों में एक 'सॉफ्ट पोर्न फिल्म' बताया है। केआरके ने एक ट्विटर पोल करते हुए पूछा, 'क्या आप सॉफ्ट पोर्न फिल्म 'चंडीगढ़ करे आशिकी’ थिएटर में देखेंगे?'

केआरके ने आगे लिखा, “सर्वे रिजल्ट-35% हताश और थरकी लोग 'सॉफ्ट पोर्न फिल्म' चंडीगढ़ करे आशिकी देखना चाहते हैं। मतलब फिल्म पहले दिन 3 से 4 करोड़ रुपए का बिजनेस करने में कामयाब रहेगी। फिल्म का बजट लगभग 70 करोड़ है!” फिल्म 10 दिसंबर को रिलीज हो रही है। इसका निर्देशन अभिषेक कपूर ने किया है। इससे पहले केआरके ने एक्ट्रेस दीपिका पादुकोण की खिल्ली उड़ाई थी। हाल ही में फिल्म 83 का ट्रेलर रिलीज हुआ था जिसके बाद उन्होंने दीपिका की तुलना क्रिकेटर रमीज राजा से कर डाली थी। दरअसल उनका इशारा उनके हेयरस्टाइल की ओर था।


नसीरुद्दीन ने इरफान के साथ ओम पुरी व फारुख शेख को भी किया याद

एक्टर नसीरुद्दीन शाह ने हाल ही में एक इंटरव्यू में अप्रैल 2020 में निधन से पहले दिवंगत एक्टर इरफान खान के साथ बातचीत को याद किया और कहा कि वे लगभग दो साल से जानते थे कि यह होने वाला था। नसीरुद्दीन और इरफान ने फिल्म 'मकबूल'और '7 खून माफ' सहित कई फिल्मों में साथ काम किया है। इरफान का 53 साल की उम्र में कैंसर से लंबी लड़ाई के बाद निधन हो गया था। नसीरुद्दीन ने कहा कि यह एक अनोखी बात थी क्योंकि इरफान करीब दो साल से जानते थे कि ऐसा होने वाला है। मैंने उनसे कई बार फोन पर बात की, तब भी जब वे लंदन के अस्पताल में भर्ती थे।

यह अमेजिंग था और यह एक रियल लेसन था कि वे इससे कैसे निपटे। इस पर आपका कोई कंट्रोल नहीं है। मुझे नहीं लगता कि मौत के बारे में जुनूनी होना अच्छी बात है। मैं निश्चित रूप से ऐसा नहीं करता। मैंने कई करीबी लोगों की मौतों का अनुभव किया है। मेरा परिवार, मेरे माता-पिता, इसके अलावा कुछ प्यारे दोस्त खास तौर पर ओम पुरी का निधन। जिस तरह से फारुक शेख का निधन हुआ वो मेरे लिए एक भयानक शॉक था। लेकिन उस पर मोह करना ठीक नहीं है। मुझे लगता है कि मृत्यु जीवन का सबसे महत्वहीन हिस्सा है और इसकी विडंबना यह है कि यह सबसे बड़ा सच भी है।