2 News : पिता के लिपलॉक सीन पर बोले सनी-बॉबी, सतीश के बारे में ज्यादा बातें नहीं करते अनिल-अनुपम क्योंकि...

मशहूर फिल्ममेकर करण जौहर का चैट शो 'कॉफी विद करण 8' इन दिनों खूब सुर्खियां बटोर रहा है। यह ओवर द टॉप (OTT) पर प्रसारित हो रहा है। शो के पहले एपिसोड में बॉलीवुड का प्यारा कपल दीपिका पादुकोण और रणवीर सिंह आए थे। उनके खुलासे विवादों में रहे। अब अगले मेहमानों से जुड़ा प्रोमो सामने आ गया है। काउच पर दो भाई सनी और बॉबी देओल बैठेंगे। दोनों ही अपने परिवार और फिल्म इंडस्ट्री से जुड़े कई किस्से शेयर करेंगे।

वीडियो में सबसे पहले करण, सनी से कहते हैं कि मैंने आपका कोई इंटरव्यू देखा जिसमें आप कह रहे थे कि ऑर्गेनिक कलेक्शन, इसका क्या मतलब है, क्या आपको लगता है कि हम बॉक्स ऑफिस कलेक्शन के नंबरों में कोई छेड़छाड़ कर रहे हैं। ये सुनकर सनी हंसते हुए कहते हैं कि मुझे नहीं पता लेकिन ऐसा होता है। इसी तरह समाज चल रहा है। इस पर करण कहते हैं कि इसीलिए क्या गदर का टाइटल था- हिंदुस्तान का असली ब्लॉकबस्टर।’ सनी इस पर भी हंस देते हैं।

इसके बाद करण उनकी फिल्म 'रॉकी और रानी की प्रेम कहानी' में धर्मेंद्र के शबाना आजमी के साथ लिपलॉक किस के लिए पूछते हैं कि इस पर आप दोनों का क्या रिएक्शन था। बॉबी कहते हैं कि सभी इस पर बात कर रहे हैं लेकिन डैड बहुत क्यूट लग रहे थे। इसके बाद सनी कहते हैं कि डैड वही करते हैं जो उन्हें अच्छा लगता है। इसके बाद करण ने बताया कि फिल्म में 'ढाई किलो का हाथ' से दुश्मनों को हिलाकर रख देने वाले सनी को असल में टेडी बियर खिलौनों का शौक है।

अनुपम खेर ने बताई दिवंगत सतीश कौशिक की उनकी जिंदगी में अहमियत

मशहूर कॉमेडियन और डायरेक्टर सतीश कौशिक का इस साल 9 मार्च को हर्ट अटैक से निधन हो गया था। वे 66 साल के थे। सतीश के साथ एक्टर अनुपम खेर और अनिल कपूर की पक्की दोस्ती रही। अनुपम अभी तक इस गम से उबर नहीं पाए हैं। वे अक्सर सतीश से जुड़े इमोशनल किस्से अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर शेयर करते हैं।

अनुपम एक गार्जियन की तरह सतीश के परिवार की देखभाल भी कर रहे हैं। अनुपम ने खुलासा किया कि अब वे और अनिल, सतीश के बारे में ज्यादा बातें नहीं करते। हाल ही में एक बातचीत के दौरान अनुपम ने कहा कि सतीश के चले जाने का उन पर और अनिल पर बहुत असर पड़ा है। अनुपम ने कहा कि सतीश के निधन से मुझे उतना ही सदमा लगा, जितना मुझे पिता के निधन पर हुआ।

यश चोपड़ा के जाने के बाद भी मैं इसी तरह सदमे में आ गया था। मैं और अनिल किसी तरह सतीश के जाने के दुख का सामना कर रहे हैं, लेकिन हम जब भी मिलते हैं तो उनके बारे में बात नहीं करते क्योंकि हमें पता है कि इससे बाकी अपसेट ही होंगे। लेकिन जब भी मैं और अनिल साथ होते हैं तो बिना कुछ कहे भी सतीश की कमी महसूस होती ही है। जिस उम्र में सतीश गए वह कोई जाने की उम्र नहीं थी। उनके जाने से मैं बिल्कुल अकेला हो गया हूं।