आज हम भारतीय सिनेमा के महान संगीतकार किशोर कुमार का जन्मदिन मनाने जा रहे हैं। किशोर कुमार जितना अपने संगीत के लिए जाने जाते थे उतने ही अपने विवादों के कारण भी पहचाने जाते हैं। आज हम आपको किशोर कुमार से जुदा ऐसा ही एक विवाद बताने जा रहे हैं, जिसके अनुसार आपातकाल के समय किशोर कुमार के गीतों को बैन कर दिया गया था। जी हाँ, उनके गानों पर 3 साल तक बैन लगा था। ऐसा क्यों हुआ, आइये जानते हैं उसके बारे में।
आपातकाल के उस दौर बैन का शिकार हुए थे मशहूर गायक किशोर कुमार। जी हां, कहा जाता है कि किशोर कुमार अपने नियमों के काफी पक्के थे। वो जो सोच लेते थे फिर उससे समझौता नहीं करते थे। अपने इन्हीं वसूलों के चलते उनके गानों को बैन कर दिया गया था।
आपातकाल के दौरान कांग्रेस की हालत काफी खराब थी। अपनी खराब हालात को देखकर कांग्रेस को भी समझ आ गया था कि उन्हें एक ऐसे आवाज की जरूरत है जो उसकी बात आम जनता तक पहुंचा सके। इसके लिए उन्होंने किशोर कुमार से संपर्क किया।
आपातकाल के दौरान इंदिरा गांधी के प्रचारक और तब के सूचना प्रसारण मंत्री वीसी शुक्ला ने किशोर कुमार के पास संदेश भेजा कि वो इंदिरा गांधी के लिए गीत गाएं लेकिन किशोर कुमार ने इसके लिए मना कर दिया। यह बात कांग्रेस को इस कदर नागवार गुजरी कि उन्होंने किशोर कुमार के गानों पर बैन लगा दिया।
यह बैन करीब 3 सालों तक चला और किशोर कुमार के गाने दूरदर्शन और आकाशवाणी पर नहीं चलाए जाते थे। अपनी धुन के पक्के किशोर कुमार ने एक बार कहा था, 'कौन जाने वो क्यों आए लेकिन कोई भी मुझसे वो नहीं करा सकता जो मैं नहीं करना चाहता। मैं किसी दूसरे की इच्छा या हुकूम से नहीं गाता।'