एक्ट्रेस करीना कपूर खान ने रविवार (30 जून) को अपने करिअर की पहली फिल्म ‘रिफ्यूजी’ के 24 साल पूरे होने का जश्न मनाया। इसी फिल्म से अभिषेक बच्चन ने भी डेब्यू किया था। फिल्म के डायरेक्टर जेपी दत्ता थे। फिल्म की 24वीं सालगिरह पर करीना और जेपी की बेटी निधि दत्ता ने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर फैंस के लिए खास पोस्ट शेयर की। करीना ने फिल्म का एक छोटा वीडियो अपलोड किया।
उन्होंने कैप्शन में लिखा, “24 साल हो गए खुद को और मेरे कैरेक्टर्स को खोजते हुए, बेस्ट अभी आने वाला है, लव यू ऑल।” करीना के वर्कफ्रंट पर नजर डालें तो वह इसी साल फिल्म ‘क्रू’ में दिखाई दी थीं। इसमें ‘जैस्मीन कोहली’ के रोल में उन्हें पसंद किया गया और फिल्म सफल रही। अब करीना के पास ‘सिंघम अगेन’ है जो दिवाली पर रिलीज हो सकती है। 'बॉर्डर 2' की निर्माता निधि दत्ता ने ‘रिफ्यूजी’ फिल्म की कुछ अनसीन फोटो पोस्ट की हैं।
कैप्शन में उन्होंने अभिनेताओं के लिए एक प्यारा संदेश लिखा, “इन दो सच्चे सितारों को 'रिफ्यूजी' के 24 साल मुबारक, फिल्म से बहुत सारी यादें जुड़ी हैं।” 'रिफ्यूजी' में जैकी श्रॉफ, सुनील शेट्टी और अनुपम खेर की भी मुख्य भूमिका थी। फिल्म में अभिषेक लोगों को सरहद पार कर पाकिस्तान पहुंचाने का काम करते हैं। इसी से वे जीवन यापन करते हैं। वे जब एक परिवार को सरहद पार कराते हैं तो उनकी मुलाकत नाजनीन अहमद (करीना) से होती है। दोनों को प्यारर हो जाता है, लेकिन भारत-पाकिस्तान के खराब रिश्तों से उनके लिए मुश्किलें पैदा हो जाती हैं।
जूही चावला ने शेयर किया शाहरुख खान से जुड़ा किस्साशाहरुख खान और जूही चावला की जोड़ी को सिल्वर स्क्रीन पर खूब पसंद किया गया। दोनों के बीच शानदार कैमेस्ट्री के चलते उनकी फिल्मों ने कमाल किया और दर्शकों पर जादू चलाया। वे अच्छे दोस्त होने के साथ कई साल से कारोबार में भी जोड़ीदार हैं। जूही और शाहरुख इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) की टीम कोलकाता नाइट राइडर्स (KKR) के सह-मालिक हैं। वे एक-दूसरे के बारे में कई बातें जानते हैं।
अब गुजरात चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री की ओर से आयोजित एक कार्यक्रम में जूही ने शाहरुख के करिअर के शुरूआती दिनों का एक दिलचस्प किस्सा बताया। जूही ने कहा कि शाहरुख के पास एक काले रंग की जिप्सी हुआ करती थी और वो उसकी EMI नहीं भर पा रहे थे, जिसके चलते उनकी कार को ले लिया गया था। इस घटना के बाद वे निराश होकर फिल्म के सेट पर पहुंचे। तब मैंने उन्हें सांत्वना देते हुए कहा था कि चिंता करने की जरूरत नहीं है। एक दिन तुम्हारे पास कई सारी कार होगी। शाहरुख आज भी इस बात को याद करते हैं।
इसी तरह शाहरुख के पास मुंबई में घर नहीं था। वे फिल्म के क्रू सदस्यों के साथ घुल-मिलकर रहते थे। उन्हीं के साथ चाय पीते थे और उन्हीं के साथ खाना खाते थे। उन दिनों वे 2-3 शिफ्ट में काम करते थे। उल्लेखनीय है कि शाहरुख और जूही ने अजीज मिर्जा की ‘राजू बन गया जैंटलमैन’ (1992), यश चोपड़ा की ‘डर’ (1993), महेश भट्ट की ‘डुप्लीकेट’ (1998), राजीव मेहरा की ‘राम जाने’ (1995), अजीज मिर्जा की ‘फिर भी दिल है हिंदुस्तानी’ (2000) और शशिलाल के नायर की ‘वन 2 का 4’ (2001) जैसी फिल्मों में काम किया है।