
‘ज्वेल थीफ – द हाइस्ट बिगिन्स’ एक हाई-ऑक्टेन क्राइम थ्रिलर है जो एक परफेक्ट चोरी के इर्द-गिर्द बुनी गई है। कहानी है रेहान रॉय (सैफ अली खान) की, जो बुडापेस्ट में छिपा एक इंटरनेशनल ज्वेल थीफ है। लेकिन मजबूरी में उसे भारत लौटना पड़ता है, जब गैंगस्टर से बिजनेसमैन बना रंजन औलख (जयदीप अहलावत) उसे मुंबई के फोर्टक्रेस्ट म्यूज़ियम से 500 करोड़ की ‘रेड सन’ डायमंड चुराने का आदेश देता है।
चोरी नामुमकिन है, लेकिन रेहान के पास कोई चारा नहीं। उधर, एसटीएफ अफसर विक्रम पटेल (कुणाल कपूर) उसकी तलाश में है। इस सबके बीच रेहान को अपने परिवार की सुरक्षा की भी चिंता है। आगे क्या होता है, यही फिल्म का रोमांच है।
लेखन और निर्देशनफिल्म की कहानी में कई सिनेमाई छूटें हैं, लेकिन ट्विस्ट और टर्न्स की भरमार इसे एंटरटेनिंग बनाती है। खासकर सेकंड हाफ में स्क्रिप्ट मज़बूती से पकड़ बनाती है। हालांकि कुछ किरदार, जैसे विक्रम पटेल, बेहद क्लिशे हैं और उम्मीद के मुताबिक ही चलते हैं।
निर्देशक जोड़ी कूकी गुलाटी और रॉबी ग्रेवाल फिल्म को एक स्टाइलिश हीस्ट जोन में लेकर जाते हैं — ‘धूम’ और ‘फास्ट एंड फ्यूरियस’ की याद दिलाने वाला ट्रीटमेंट। फिल्म की असली ताकत है उसका विजुअल अपील और सेकंड हाफ का एरोप्लेन सीक्वेंस, जो काफी फ्रेश और हटके लगता है।
हालांकि कुछ हिस्से ओवर-द-टॉप हैं — जैसे प्रिंस का कमर्शियल फ्लाइट में सफर या यूके हाई कमीशन का अचानक जुड़ जाना। एंड में विलेन को जितनी आसानी से हराया जाता है, वह थोड़ा निराश करता है।
अभिनयसैफ अली खान अपने करियर के ‘रेस’ और ‘एक हसीना थी’ वाले अंदाज़ में लौटते हैं — स्टाइलिश, शार्प और फोकस्ड। जयदीप अहलावत अपने खलनायक किरदार में जबरदस्त हैं और स्क्रीन पर छा जाते हैं। निकिता दत्ता को कहानी में अच्छा स्क्रीन टाइम मिला है और उन्होंने पूरी ईमानदारी से निभाया है। कुणाल कपूर अच्छे हैं लेकिन स्क्रिप्ट ने उन्हें ज़्यादा करने का मौका नहीं दिया। बाकी कलाकारों ने ठीक-ठाक काम किया है।
सिनेमैटोग्राफी शानदार है और फिल्म को एक ग्लॉसी लुक देता है। एक्शन सीन्स एंटरटेनिंग हैं और बहुत ज़्यादा हिंसक नहीं हैं। VFX और प्रोडक्शन डिज़ाइन अच्छा है। हालांकि, गाने कमजोर कड़ी हैं और कोई खास असर नहीं छोड़ते। एडिटिंग मिडल में थोड़ी धीमी है, लेकिन क्लाइमेक्स तक रफ्तार पकड़ लेती है।
‘ज्वेल थीफ – द हाइस्ट बिगिन्स’ एक स्टाइलिश, फन-फिल्ड हीस्ट फिल्म है जो ज्यादा दिमाग नहीं लगाने वाली लेकिन एंटरटेनिंग राइड है। सैफ अली खान की स्क्रीन प्रेज़ेंस, ट्विस्ट्स और हाई-स्टेक्स प्लॉट इसे नेटफ्लिक्स पर बिंजवॉर्थी बनाते हैं।