कुछ दिनों पूर्व समाचार आए थ कि जावेद अख्तर और उनकी पत्नी शबाना आजमी ने कला संस्कृति के आदान-प्रदान के तहत अपना पाकिस्तानी दौरा रद्द कर दिया, जिसकी पाकिस्तानियों ने बहुत आलोचना की थी। जावेद अख्तर और शबाना आजमी ने यह कदम पाकिस्तान समर्थक आतंकवादी ग्रुप जैश ए मोहम्मद द्वारा भारत के पुलवामा में सैनिकों के ऊपर किए गए आतंकी हमले के बाद विरोध स्वरूप अपना कार्यक्रम रद्द किया था। अब पाकिस्तान के आतंकवाद को समर्थन देने पर जावेद अख्तर ने कहा कि भारत में आतंकवाद प्रायोजित करने का पाकिस्तान का एजेंडा उनकी समझ से परे है। मुम्बई में एक समारोह में शामिल होने पर उन्होंने समारोह से इतर जाकर मीडिया से भारत-पाक सम्बन्धों पर बातचीत करते हुए कहा कि, ‘‘मैं नहीं समझ पाता हूं कि पाकिस्तान का एजेंडा क्या है और वे लगातार आतंकवाद को प्रायोजित करके क्या हासिल करेंगे। यह सभी को पता है कि वे आतंकवादी संगठनों का समर्थन करते हैं, लेकिन लगातार इससे इनकार करते हैं।’’
जावेद अख्तर ने आतंकवादी समूह जैश-ए-महमूद के संस्थापक और नेता मसूद अजहर को लेकर कहा कि उसे भारतीय जेल से तब छोड़ा गया, जब जैश ने भारतीय विमान का अपहरण कर लिया था और उसके बाद वह कैसे कांधार से पाकिस्तान पहुंचा..अगर पाकिस्तान ईमानदार शासन चलाता है तो फिर उसे गिरफ्तार क्यों नहीं करता। जावेद अख्तर ने यह बयान भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़े हुए तनाव के बीच दिया है।
मीडिया से बातचीत जारी रखते हुए जावेद अख्तर ने कहा कि, मैं महसूस करता हूं कि यह स्थिति भारत पर थोपी जा रही है। यह हमारी पसंद नहीं थी, लेकिन जब चीजें आपके नियंत्रण से बाहर चली जाती हैं तो हमें कब तक और कितनी बार शांति बनाए रखनी चाहिए। इसलिए हमें कभी न कभी इसका जवाब देना था। मौजूदा घटनाक्रमों के नतीजे बहुत खतरनाक हैं और पाकिस्तानी अभिनेता और कलाकारों पर प्रतिबंध लगाना छोटी चीजें है, लेकिन हमारी सीमा पर जो हो रहा है, उसे रोका जाना चाहिए। हमें आतंकवाद पर प्रतिबंध लगाना चाहिए। यह दुर्भाग्यपूर्ण है।