रणधीर कपूर ने किया कंफर्म बिक गया आर.के. स्टूडियो, गोदरेज ने खरीदा

वर्ष 1948 में अपनी फिल्म ‘आग’ के निर्माण के दौरान राजकपूर ने मुम्बई के चैंबूर में आर.के. स्टूडियो की स्थापना की थी। इस फिल्म स्टूडियो में जहाँ राजकपूर ने स्वयं की कई फिल्मों की शूटिंग की वहीं बॉलीवुड अन्य कई निर्माता निर्देशकों ने इस स्टूडियो पर अपनी फिल्मों के दृश्यों को फिल्मांकित किया। आज मुम्बई की यह गौरवशाली जगह गोदरेज समूह ने खरीद ली है। इस बात की जानकारी रणधीर कपूर ने स्वयं दी है। हिंदी सिनेमा में कपूर खानदान और उनके आरके फिल्म स्टूडियो का बड़ा योगदान रहा है। 2 साल पहले जब आरके स्टूडियो में अचानक आग लगी, उसके बाद कपूर खानदान ने यह तय कर लिया कि वह इस ऐतासिहिक धरोहर को बेच देंगे। 2 साल पहले यानी 2017 में लगी आग में स्टूडियो का बड़ा हिस्सा जल गया था। इसके बाद कपूर परिवार ने इसे बेचने की घोषणा कर दी थी। मशहूर दिवंगत अभिनेता राज कपूर ने 1948 में आरके स्टूडियो की नींव रखी थी। इस स्टूडियो में उन्होंने कई ऐसी फिल्मों का निर्माण किया जो बेहद सफल रही हैं। आखिरी बार कपूर खानदान ने गणेश चतुर्थी का उत्सव इस स्टूडियो में मनाया था।

पिछले एक साल से वह किसी ऐसे खरीददार की तलाश कर रहे थे, जो स्टूडियो की अच्छी कीमत दे सके। अब जाकर कपूर खानदान के आरके स्टूडियो को खरीददार मिल गया है। आरके स्टूडियो को गोदरेज समूह की फर्म गोदरेज प्रॉपर्टीज ने खरीद लिया है। स्टूडियो को खरीदने की जानकारी गोदरेज कंपनी ने जरूर दी है, लेकिन उन्होने डील की वैल्यू के बारें में कोई खुलासा नहीं किया है। गोदरेज प्रॉपर्टीज के अनुसार आर के स्टूडियो का इस्तेमाल लग्जरी फ्लैट बनाने और रिटेल स्पेस के लिए किया जाएगा।

गोदरेज समूह ने जानकारी दी है कि स्टूडियो की 33000 स्क्वेवर फीट जमीन का इस्तेमाल लग्जरी फ्लैट बनाने में किया जाएगा। कंपनी के कार्यकारी चेयरमैन फिरोजशाह गोदरेज ने बताया कि चेंबूर के इस ऐतिसाहिक धरोहर को कंपनी ने अपने पोर्टफोलियो में शामिल किया है। वहीं इस डील पर रणधीर कपूर ने कहा, ‘चेंबूर में यह हमारे परिवार के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण धरोहर रही है। अब इस प्रॉपर्टी पर नई कहानी गढऩे के लिए हमने गोदरेज को चुना है।’