कृषि कानून वापसी : सोनू-तापसी सहित इन सितारों ने जताई खुशी, कंगना ने कसा तंज, जावेद अख्तर...

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को तीन कृषि कानून बिलों को वापस लेने की घोषणा की। सोशल मीडिया पर बॅालीवुड के कई सेलेब्स ने इसे दिल्ली बॅार्डर पर जारी किसानों के संघर्ष की जीत बताया है। सोनू सूद ने कहा कि किसान वापस अपने खेतों में आएगे, देश के खेत फिर से लहलहाएंगे, धन्यवाद नरेंद्र मोदीजी। इस ऐतिहासिक फैसले से किसानों का प्रकाश पर्व और भी ऐतिहासिक हो गया। जय जवान जय किसान। ऋचा चड्ढा ने एक पोस्ट को शेयर करते हुए कहा कि जीत गए आप। आप की जीत में सबकी जीत है।

तापसी पन्नू ने ट्विटर पर तीन कृषि कानून बिल की वापसी की खबर को शेयर करते हुए बोला कि इसके साथ सभी को गुरु नानक पर्व की बधाई। दीया मिर्जा ने लिखा, जय किसान। अमीषा पटेल ने लिखा कि नरेंद्र मोदी का शुक्रिया, गुरु पर्व के मौके पर बेस्ट गिफ्ट मिला है। हिमांशी खुराना ने इंस्टाग्राम पर पोस्ट करते हुए लिखा-आखिरकार जीत अपनी हुई, सारे किसान लोगों को बहुत-बहुत बधाई। गुरु नानक देवजी के प्रकाश पर्व का बड़ा तोहफा। हैप्पी गुरुपर्व।


...तो यह एक जिदाही राष्ट्र है : कंगना रनौत

कंगना ने कृषि कानूनों की वापसी को दुखद और शर्मनाक बताते हुए अनुष्का शांडिल्य की पोस्ट शेयर कर कहा कि मोदी सरकार का यह फैसला पूरी तरह से अनुचित है। अगर संसद में चुनी हुई सरकार के बदले सड़कों पर लोगों ने कानून बनाना शुरू कर दिया तो यह एक जिहादी राष्ट्र है। उन सभी को बधाई जो इस तरह से ये चाहते थे।

गुल पनाग ने लिखा कि नरेंद्र मोदीजी आपका आभार कृषि कानून को निरस्त करने के लिए। काश ये पहले हो जाता तो कई लोगों की जान नहीं जाती। इसे भविष्य की सरकारों के लिए एक सबक मिलेगा, कि वे सुधार लाते समय सभी हितधारकों के साथ जुड़ने के लिए साधन और इच्छाशक्ति तलाशें। और कानून बनाने वालों के लिए भी एक सबक-कि बिना चर्चा और बहस के मिनटों में कानून पारित करके विधायी प्रक्रिया को दरकिनार नहीं किया जा सकता है।


आजादी को लेकर दिए गए बयान पर अख्तर ने साधा कंगना पर निशाना

पिछले दिनों कंगना रनौत ने एक टीवी कार्यक्रम के दौरान कहा था कि 1947 में आजादी नहीं, भीख मिली थी और जो आजादी मिली है, वह वर्ष 2014 में मिली। कंगना अपने इस बयान को लेकर जमकर आलोचनाएं झेल रही हैं। अब गीतकार जावेद अख्तर ने कंगना पर निशाना साधा है। उन्होंने एक ट्वीट किया है जो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। अख्तर ने लिखा, इनकी पूरी बात को अच्छी तरह से समझा जा सकता है। जिन लोगों का स्वतंत्रता आंदोलन से कोई लेना-देना नहीं था, उन्हें बुरा क्यों लगेगा अगर कोई (एक) हमारी आजादी को सिर्फ एक 'भीख' कहता है। बता दें कि अख्तर और कंगना कानूनी लड़ाई को लेकर लंबे समय से चर्चा में हैं।

अख्तर ने पिछले साल नवंबर में मुंबई के एक कोर्ट में शिकायत दर्ज कराई थी, जिसमें दावा किया गया था कि कंगना ने इंटरव्यू के दौरान उनके खिलाफ ऐसे बयान दिए, जिससे उनकी प्रतिष्ठा को ठेस पहुंची है। उन्होंने उनके खिलाफ मानहानि का केस दर्ज किया था। उल्लेखनीय है कि कंगना के खिलाफ पुलिस में शिकायत भी दर्ज करवाई जा चुकी है। एक वेबसाइट के साथ बातचीत में कंगना ने कहा था कि कांग्रेस ब्रिटिश शासन का विस्तार है और भारत ने 2014 में नरेंद्र मोदी के प्रधानमंत्री के रूप में चुने जाने के बाद 'वास्तविक स्वतंत्रता' हासिल की। 1947 में आजादी नहीं, भीख मिली थी और जो आजादी मिली है, वह वर्ष 2014 में मिली। कंगना ने इसके बाद महात्मा गांधी को लेकर भी आपत्तिजनक टिप्पणी की थी।