शिल्पा शिंदे के बयान से नाराज़ हुईं फलक नाज, शुभांगी, शुभांगी अत्रे को बताया ‘अंगूरी भाभी’ की असली पहचान

‘भाबीजी घर पर हैं 2.0’ के जरिए शिल्पा शिंदे ने करीब एक दशक बाद टेलीविजन की दुनिया में वापसी की है। उनके कमबैक से फैंस उत्साहित हैं और सोशल मीडिया पर खुशी जाहिर कर रहे हैं। लेकिन इसी बीच शिल्पा के कुछ इंटरव्यू बयान विवाद का कारण बन गए हैं। खासतौर पर जिस अंदाज में उन्होंने शुभांगी अत्रे को लेकर अपनी बात रखी, उससे कई कलाकार असहज नजर आ रहे हैं। हाल ही में शिल्पा ने यह कहकर सुर्खियां बटोरीं कि ‘भाभीजी’ का किरदार असल में हमेशा से उन्हीं का रहा है।

शुभांगी अत्रे से तुलना पर शिल्पा का यह रुख कई लोगों को नागवार गुजरा। पहले सौरभ जैन ने प्रतिक्रिया दी और अब फलक नाज ने भी खुलकर नाराजगी जताई है। IANS को दिए एक इंटरव्यू में शिल्पा शिंदे ने इस तुलना पर कहा था कि उन्हें इसमें कोई मुकाबला नजर नहीं आता। उनके मुताबिक यह ओवरकॉन्फिडेंस नहीं, बल्कि उनकी मेहनत का नतीजा है। शिल्पा ने कहा था कि वे ही हमेशा से ‘भाभीजी’ रही हैं और 10 साल बाद भी वही पहचान बरकरार है। उन्होंने इंडस्ट्री को ‘व्हाइट कॉलर माफिया’ बताते हुए यह भी कहा कि उन्होंने अपनी जगह खुद बनाई है, इसलिए न तो वे किसी से तुलना करती हैं और न ही कोई उनसे तुलना कर सकता है।

फलक नाज ने शुभांगी अत्रे के पक्ष में उठाई आवाज

शिल्पा के इस बयान को कई लोगों ने शुभांगी अत्रे के योगदान को कम आंकने के तौर पर देखा। देखते ही देखते यह बयान सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। अब इस मुद्दे पर फलक नाज ने खुलकर शिल्पा के बयान के लहजे पर सवाल उठाए हैं और शुभांगी अत्रे का बचाव किया है। फलक ने साफ कहा कि अंगूरी भाभी के किरदार को लंबे समय तक जीवित रखने का श्रेय शुभांगी को मिलना चाहिए।

फलक ने इस बात पर जोर दिया कि शिल्पा ने खुद शो छोड़ने का फैसला किया था, जबकि शुभांगी अत्रे ने कई सालों तक उस भूमिका को पूरी निष्ठा के साथ निभाया। शिल्पा को संबोधित करते हुए उन्होंने लिखा, “आप तो शो को टाटा बाय-बाय कहकर चली गई थीं।” फलक नाज ने शिल्पा से अपील की कि वे शुभांगी के प्रति सम्मान दिखाएं और उस कलाकार की सराहना करें, जिसने ईमानदारी और गरिमा के साथ अंगूरी भाभी के किरदार को आगे बढ़ाया। उन्होंने शुभांगी की मेहनत, समर्पण और किरदार के प्रति उनकी प्रतिबद्धता की जमकर तारीफ करते हुए कहा कि ‘अंगूरी भाभी’ की विरासत को कायम रखने का पूरा श्रेय शुभांगी अत्रे को जाता है।