कंगना रनौत की दो सप्ताह प्रदर्शित होने वाली फिल्म इमरजेंसी प्रदर्शन से पूर्व ही विवादों में आ गई है। कंगना रनौत निर्देशित और अभिनीत 'इमरजेंसी' के खिलाफ पंजाब और हरियाणा कोर्ट में जनहित याचिका दायर की गई है। याचिका में पंजाब में फिल्म के प्रदर्शन पर स्टे लगाने की मांग की गई है। याचिका में कहा गया है कि फिल्म सिखों को गलत तरीके से दर्शाती है।
वहीं दूसरी ओर यह भी कहा जा रहा है कि फिल्म के प्रदर्शन पर रोक लगाने की याचिका में सबसे महत्वपूर्ण हाथ कंगना रनौत का हाल ही में पंजाब के किसान आंदोलन को लेकर दिया गया बयान है, जिसमें उन्होंने कहा था कि किसान आंदोलन में लटकी हुई मिली रही थी लाशें, औरतों से हो रहा था बलात्कार। इस बयान के बाद पंजाब के किसान पूरी तरह से कंगना रनौत के विरोध में आ गए हैं। कंगना के बयान से उपजे विवाद से भाजपा से स्वयं को पूरी तरह से अलग कर लिया साथ ही कंगना को निर्देश दिए कि वे इस तरह का कोई राजनीतिक बयान न दें, जिससे कोई विवाद पैदा और पार्टी के मुश्किलात सामने आएं।
इन सबके बीच अपनी अपकमिंग फिल्म 'इमरजेंसी' के प्रमोशन में व्यस्त भाजपा सांसद और एक्ट्रेस कंगना रनौत को सोशल मीडिया पर जान से मारने की धमकी मिली है, जिसके बाद कंगना मंगलवार को पुलिस के पास पहुंचीं। वहीं कंगना द्वारा एक्स पर शेयर किए गए वीडियो में कुछ लोगों का ग्रुप फिल्म 'इमरजेंसी' की रिलीज पर डराने-धमकाने वाले बयान देते देखा जा सकता है। वीडियो में, छह लोग एक कमरे के अंदर एक घेरे में बैठे दिखाई दे रहे हैं, जिनमें से दो ने निहंग सिखों के कपड़े पहने हुए हैं।
इनमें से एक ने चेतावनी देते हुए कहा, “अगर आप फिल्म रिलीज करते हो तो सरदारों ने तो आपको चप्पल मारनी ही है, लाफा आपने पहले ही खा लिया है। मुझे इतना भरोसा है अपने देश पर मैं एक प्राउड इंडियन हूं, अगर मैं आपको देश और महाराष्ट्र में कहीं भी देख लेता हूं तो कह रहा हूं सिर्फ सिख ही नहीं मराठी, मेरे सभी हिंदू, मुस्लिम और ईसाई भाई आपका चप्पलों से स्वागत करेंगे।”