एल्विश यादव ने खरीदी करोड़ों की मर्सिडीज जी-वैगन कार, व्लॉग पर दिखाई झलक, यूजर्स इस कारण साध रहे निशाना

'बिग बॉस ओटीटी 2' के विजेता फेमस यूट्यूबर एल्विश यादव के फैंस के लिए एक खुशखबरी है। एल्विश ने जेल से बाहर आते ही अपने लिए एक नई चमचमाती कार खरीदी है। उन्होंने शानदार मर्सिडीज जी-वैगन कार ली है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार कार की कीमत 3 करोड़ रुपए के आस-पास है। एल्विश ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर कार को लेकर लोगों को जानकारी दी है। उन्होंने मर्सिडीज लोगों को दिखाई।

एल्विश ने अपने यूट्यूब चैनल पर नई कार को लेकर एक व्लॉग भी पोस्ट किया। इसमें ‘राव साहब’ इस कार की टेस्ट ड्राइव कर रहे हैं। साथ ही कार के फीचर्स के बारे में भी बात कर रहे हैं और दूसरी मर्सिडीज से उसको कंपेयर भी कर रहे हैं। एल्विश अपनी मां को कहते हैं कि आपके लिए एक सरप्राइज है। इस दौरान उनकी मां अंदाजा लगाती हैं कि वो नई कार ले आए, तो एल्विश कहते हैं कि मम्मा सिट इन दिस कार, हम ये ले रहे हैं, तो एल्विश की मम्मी कहती हैं कि इसको लेकर क्या करोगे, इस पर एल्विश जवाब देते हैं कि इसको चलाएंगे और क्या करेंगे।

एल्विश ने अपने व्लॉग में बताया है कि वह इस कार को साल 2022 में ही खरीना चाहते थे लेकिन उनकी विश पेडिंग में पड़ी रही। हालांकि कई सोशल मीडिया यूजर्स नई कार देखकर खुश होने के बजाय एल्विश को ट्रोल कर रहे हैं। उन्होंने एल्विश पर सवाल उठाए हैं। कई लोगों ने उस समय को याद किया जब एल्विश जेल में थे और उनके पिता राम अवतार यादव ने कहा था कि कैसे उनकी सभी महंगी कारें किराये पर ली गई हैं। एक यूजर का कहना है, क्या एल्विश के पिता ने ये नहीं बताया कि उसकी सारी गाड़ियां भाड़े की हैं और वह कार किराये पर लेता है। वहीं कई लोग कह रहे हैं कि एल्विश को सिर्फ दिखावा करना आता है।

सांप के जहर मामले में एल्विश को किया गया था गिरफ्तार

एल्विश हाल के महीनों में अपने विवादों को लेकर चर्चा में रहे हैं। रेस्टोरेंट में लोगों को थप्पड़ मारने के साथ एल्विश को बुलाकर पीटने के लिए उन्हें सोशल मीडिया पर ट्रोल होना पड़ रहा था। इस साल की शुरुआत में उन्हें नोएडा पुलिस ने सांप के जहर के मामले में गिरफ्तार किया था। मामला वन्यजीव संरक्षण अधिनियम, 1972 के प्रावधानों और भारतीय दंड संहिता की धारा 120बी के तहत आपराधिक साजिश के तहत दर्ज किया गया था।

एक हफ्ते बाद एल्विश को 50000 रुपए के जमानत बांड पर जमानत दे दी गई। उसी के बारे में बात करते हुए उनके वकील प्रशांत राठी ने मीडिया को बताया कि इस मामले में हमारी दलील यह थी कि उन पर झूठा आरोप लगाया गया था और उनसे या उनके दोस्तों से कोई पदार्थ प्राप्त नहीं किया गया था जिससे एनडीपीएस अधिनियम का उल्लंघन हुआ हो। अदालत ने एल्विश और उनके दो दोस्तों को 50000 रुपए की दो जमानत राशि पर जमानत दे दी है। बाद में एल्विश ने भी जेल में बिताए समय को याद किया और इसे अपने जीवन का बहुत बुरा दौर बताया।