कुछ दिनों से ‘बिग बॉस ओटीटी 1’ की विजेता एक्ट्रेस दिव्या अग्रवाल और उनके पति अपूर्व पडगांवकर के बीच अनबन की खबरें चल रही हैं। हाल ही में अटकलें लगाई जा रही थीं कि शादी के महज डेढ़ साल बाद दोनों अलग हो सकते हैं। हालांकि अब बात बहुत ज्यादा फैलने पर दिव्या ने खुद सामने आकर इन अफवाहों पर चुप्पी तोड़ी है। दिव्या ने आज बुधवार (23 जुलाई) को अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर पति के साथ एक मिरर सेल्फी शेयर की। फोटो में दोनों के ऊपर मजेदार कैप्शन बबल्स लगे थे। दिव्या की ओर से लिखा था, “पोस्ट कर देती हूं, वरना मीडिया सेपरेट बोलेगा,” वहीं अपूर्व के बबल में लिखा था, “क्या फर्क पड़ता है?”
दिव्या की इस पोस्ट पर अपूर्व ने भी मजेदार कमेंट किया। उन्होंने लिखा, “अब ये लोग कहेंगे कि ये एआई है।” बता दें कि दोनों की शादी फरवरी 2024 में पारंपरिक मराठी रीति-रिवाज के साथ हुई थी। शादी में परिवार और खास दोस्त ही शामिल हुए थे। दिव्या की ये पोस्ट देख टीना दत्ता, देवोलीना भट्टाचार्जी और नायरा बनर्जी जैसे कलाकार भी हंसी नहीं रोक पाए। दिव्या ने पिछले साल अपने इंस्टाग्राम से शादी की सारी तस्वीरें डिलीट कर दी थीं।
इसके बाद ही फैंस के बीच खलबली मच गई और तलाक की खबरें आनी शुरू हो गईं। हालांकि दिव्या ने बताया था कि वह अपनी प्रोफेशनल चीजों के लिए इंस्टाग्राम पर जगह बनाना चाहती थीं, इसलिए ही उन्होंने तस्वीरें डिलीट कीं। दिव्या कहा था कि मैंने कोई शोर नहीं मचाया। मैंने कोई कमेंट या स्टोरी नहीं की। मैंने सिर्फ 2500 पोस्ट डिलीट कर दी। फिर भी मीडिया ने सिर्फ मेरी शादी को देखना और उस पर ही रिएक्ट करने को चुना।
यह अजीब है कि लोग मुझे कैसे देखते हैं और मुझसे क्या-क्या उम्मीदें रखते हैं। मैंने हमेशा कुछ ऐसा किया है जिसकी लोगों ने मुझसे कभी उम्मीद नहीं की थी और अब वो जो उम्मीद कर रहे हैं उन्हें साफ कर दूं कि बच्चे या तलाक, ऐसा कुछ भी नहीं होने वाला है। बता दें दिव्या सबसे पहले एमटीवी के रियलिटी शो ‘स्पिलिट्सविला’ से सुर्खियों में आई थीं।
बचपन में रवि किशन और उनके पिता के बीच नहीं बनती थीएक्टर रवि किशन (56) इन दिनों अजय देवगन स्टारर 'सन ऑफ सरदार 2' के प्रमोशन में बिजी हैं। हाल ही में वे राज शमानी के पॉडकास्ट में पहुंचे, जहां उन्होंने बचपन के दिनों को याद किया। रवि ने कहा कि मैं अपने पिता को ये साबित करना चाहता था कि मैं भी किसी लायक हूं। वो मुझे नालायक समझते थे। मैं उन्हें साबित करना चाहता था कि मैं नालायक नहीं हूं। वह बहुत ही बुद्धिमान थे, ब्राह्मण थे और बड़े पुजारी थे। एक बार मैंने उनसे पूछ लिया कि आप इतनी पूजा क्यों करते हैं, आपके पास अच्छे कपड़े तक नहीं हैं। फटा कपड़ा पहनते हैं, साइकिल भी टूटी है।
इस पर वह इतना गुस्सा हो गए कि उन्होंने मुझे मारना शुरू कर दिया। मेरे पिता अपनी इमेज को लेकर बहुत पजेसिव थे। ऐसे में जब मैं गांव में रामलीला होने पर देवी सीता का किरदार निभाता और मां की साड़ी पहनता तो उन्हें बहुत गुस्सा आता था। वे मुझसे कहते कि तुम्हें नचनिया बनना है क्या? वे चाहते थे कि मैं गांव में रहकर खेती करूं और दूध बेचूं। एक दिन मेरे पिता ने मुझे इतना मारा कि मुझे घर से भागना पड़ गया। मेरी मां उस दिन मेरे पास आई और मुझे 500 रुपए दिए। मेरी मां ने पैसे देकर मुझसे कहा कि भाग जा, वरना वो तुम्हें मार डालेंगे।
मैंने पैसे लिए और अपनी किस्मत आजमाने मुंबई आ गया। मुझे छोटे-मोटे रोल तो मिल जाते, लेकिन निर्माता पैसे देने से मना कर देते। अगर फीस मांगता तो जवाब में कहते कि तुम्हारा स्क्रीन टाइम कम कर देंगे। 10 साल तक बॉलीवुड में संघर्ष किया और फिर भोजपुरी फिल्म इंडस्ट्री में कदम रखा। जैसे ही मैंने ढेर सारा पैसा कमाना शुरू कर दिया तो मेरे पिताजी को लगने लगा कि मैं किसी लायक हूं। वो मेरी इज्जत करने लगे। एक दिन वो अचानक रोने लगे और कहा कि मुझे माफ कर दो। मैंने हमेशा तुम्हें गलत समझा। उन्हें ऐसे देखकर मैं उनके पैरों में गिर गया और कहा कि ऐसा मत करिए। मुझे उनमें भगवान दिखाई दिए।