ED के शिकंजे में डिनो मोरिया: बढ़ीं मुश्किलें, मीठी नदी घोटाले में दोबारा होगी पूछताछ

बॉलीवुड एक्टर डिनो मोरिया की कानूनी मुश्किलें दिन-ब-दिन गहराती जा रही हैं। एक बार फिर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने उन्हें समन भेजकर पूछताछ के लिए बुलाया है। जानकारी के मुताबिक, उन्हें 18 जून को ईडी ऑफिस में हाजिर होना था, लेकिन अभिनेता पेश नहीं हुए। इसके चलते ईडी ने उन्हें एक और समन जारी कर दिया है।

सूत्रों के हवाले से खबर है कि डिनो मोरिया को गिरफ्तारी का डर सता रहा है। यही वजह मानी जा रही है कि वो 18 जून को पूछताछ के लिए नहीं पहुंचे। इससे पहले भी ईडी उनसे इस घोटाले के सिलसिले में सवाल-जवाब कर चुकी है, लेकिन कुछ नई जानकारियों के आधार पर अब दोबारा पूछताछ जरूरी हो गई है।

डिनो की बढ़ती परेशानी – क्या होगी अगली चाल?

डिनो मोरिया को आज फिर से ईडी के सामने पेश होना है। पिछली बार अनुपस्थित रहने के बाद उन्हें अब दोबारा समन भेजा गया है। इस मामले में एक्टर पर मीठी नदी की सफाई यानी डी-सिल्टिंग प्रोजेक्ट से जुड़े घोटाले में संलिप्त होने का आरोप है। बताया जा रहा है कि उनके संबंध इस घोटाले के कथित बिचौलियों और ठेकेदारों से हैं। इतना ही नहीं, ईडी को ऐसे बैंकिंग दस्तावेज भी हाथ लगे हैं, जिनसे इन लेन-देन की पुष्टि होती है।

अब तक डिनो मोरिया से इस मामले में 3 बार पूछताछ हो चुकी है। दो बार मुंबई पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा ने और एक बार ईडी ने उनसे सवाल पूछे हैं। इस घोटाले में डिनो के अलावा उनके भाई सेंटिनो मोरिया, कुछ बीएमसी अधिकारियों और अन्य कुल 8 लोगों को समन भेजा गया है। बता दें कि मीठी नदी की सफाई योजना साल 2005 के बाद शुरू हुई थी और तब से इस परियोजना को लेकर कई बार भ्रष्टाचार के आरोप लग चुके हैं।

कब और कैसे डिनो का नाम आया सामने?


इस पूरे प्रकरण में डिनो मोरिया का नाम तब सामने आया, जब पुलिस ने आरोपी केतन कदम और जय जोशी के कॉल रिकॉर्ड्स की गहराई से जांच की। इन कॉल रिकॉर्ड्स से खुलासा हुआ कि डिनो और उनके भाई सेंटिनो ने भी केतन कदम से कई बार फोन पर बातचीत की थी। अब जांच एजेंसियां यह पता लगाने में जुटी हैं कि आखिर उनका उन आरोपियों से क्या संबंध है और क्या इस संबंध का कोई सीधा जुड़ाव घोटाले से है।