ऐसा लग रहा था कि विक्की कौशल की ऐतिहासिक फिल्म 'छावा' की बॉक्स ऑफिस पर पकड़ ढीली पड़ रही है, लेकिन 29वें दिन के कलेक्शन ने कुछ और ही कहानी बयां की। लक्ष्मण उतेकर के निर्देशन में बनी इस फिल्म की कमाई चौथे हफ्ते में थोड़ी धीमी पड़ी थी, लेकिन होली के मौके पर फिल्म ने एक बार फिर रफ्तार पकड़ ली। पांचवें शुक्रवार को फिल्म के कलेक्शन में 60% से ज्यादा की बढ़त देखने को मिली। Sacnilk की रिपोर्ट के मुताबिक, फिल्म ने पांचवें शुक्रवार को लगभग ₹7.25 करोड़ (हिंदी: ₹6.5 करोड़, तेलुगु: ₹0.75 करोड़) की कमाई की, जिससे कुल कलेक्शन ₹546.75 करोड़ (हिंदी: ₹534.45 करोड़, तेलुगु: ₹12.55 करोड़) तक पहुंच गया।
शुरुआती हफ्तों में जबरदस्त प्रदर्शनविक्की कौशल, रश्मिका मंदाना, विनीत कुमार सिंह, दिव्या दत्ता और आशुतोष राणा जैसे दमदार कलाकारों से सजी यह फिल्म शानदार ओपनिंग के साथ रिलीज हुई थी। फिल्म ने पहले हफ्ते में ही ₹219.25 करोड़ का बिजनेस किया। दूसरे हफ्ते में ₹180.25 करोड़ की कमाई के साथ फिल्म ने मजबूती बनाए रखी। हालांकि, तीसरे और चौथे हफ्ते में फिल्म की कमाई में गिरावट दर्ज की गई। लेकिन पांचवें हफ्ते की शुरुआत ने एक बार फिर फिल्म की कमाई को नई ऊर्जा दी है।
भारत में 'छावा' का अब तक का बॉक्स ऑफिस कलेक्शन पहला हफ्ता: ₹219.25 करोड़
दूसरा हफ्ता: ₹180.25 करोड़
तीसरा हफ्ता: ₹84.05 करोड़
चौथा हफ्ता: ₹55.95 करोड़ (हिंदी: ₹44.15 करोड़, तेलुगु: ₹11.8 करोड़)
चौथे हफ्ते के दिनवार कलेक्शन: दिन 22 [4वां शुक्रवार]: ₹8.75 करोड़ (हिंदी: ₹6.25 करोड़; तेलुगु: ₹2.5 करोड़)
दिन 23 [4वां शनिवार]: ₹16.75 करोड़ (हिंदी: ₹13.5 करोड़; तेलुगु: ₹3.25 करोड़)
दिन 24 [4वां रविवार]: ₹10.75 करोड़ (हिंदी: ₹8.5 करोड़; तेलुगु: ₹2.25 करोड़)
दिन 25 [4वां सोमवार]: ₹5.25 करोड़ (हिंदी: ₹4 करोड़; तेलुगु: ₹1.25 करोड़)
दिन 26 [4वां मंगलवार]: ₹5.15 करोड़ (हिंदी: ₹4.15 करोड़; तेलुगु: ₹1 करोड़)
दिन 27 [4वां बुधवार]: ₹4.8 करोड़ (हिंदी: ₹4 करोड़; तेलुगु: ₹0.8 करोड़)
दिन 28 [4वां गुरुवार]: ₹4.5 करोड़ (हिंदी: ₹3.75 करोड़; तेलुगु: ₹0.75 करोड़)
दिन 29 [5वां शुक्रवार]: ₹7.25 करोड़ (हिंदी: ₹6.5 करोड़; तेलुगु: ₹0.75 करोड़) (अनुमानित आंकड़े)
कुल कलेक्शन: ₹546.75 करोड़ (हिंदी: ₹534.45 करोड़; तेलुगु: ₹12.55 करोड़)
'छावा' एक ऐतिहासिक फिल्म है, जो छत्रपति शिवाजी महाराज के पुत्र छत्रपति संभाजी महाराज के जीवन पर आधारित है। यह फिल्म इसी नाम के उपन्यास से प्रेरित है। संभाजी महाराज मराठा साम्राज्य के दूसरे शासक थे, जिन्होंने अपने पिता द्वारा स्थापित स्वराज की विरासत को आगे बढ़ाया। हालांकि, उन्हें अंततः मुगल सम्राट औरंगजेब ने बंदी बना लिया था, लेकिन उन पर किए गए अमानवीय अत्याचार भी मराठा योद्धा की अटूट इच्छाशक्ति को नहीं तोड़ सके।