प्रोडक्शन हाउस खोलने की तैयारी में स्वरा भास्कर, निर्देशन में दिलचस्पी नहीं

पिछले दो वर्षों में निल बट्टे सन्नाटा और वीरे दी वेडिंग में अपने अभिनय का परचम लहराने वाली स्वरा भास्कर अब अपना प्रोडक्शन हाउस खोलने की तैयारी में हैं। हाल ही में दीपिका पादुकोण ने भी अपना प्रोडक्शन हाउस खोला जिसके अन्तर्गत वे पहली फिल्म ‘छपाक’ का निर्माण करने जा रही हैं। अनुष्का शर्मा पहले से इसमें सक्रिय हैं। बॉलीवुड में अब महिलाएँ फिल्म निर्माण व निर्देशन में खासी सक्रिय हो गई हैं। महिला निर्देशकों की फिल्मों को बॉक्स ऑफिस पर जबरदस्त कामयाबी मिल रही है इसका सबूत मेघना गुलजार की ‘राजी’ और जोया अख्तर की ‘गली बॉय’ हैं।

हाल ही में लैक्मे फैशन वीक में शामिल हुई स्वरा भास्कर, जो शो-टॉपर थीं, उन्होंने डिजाइनर प्रीति जैन नैनुटिया के परिधान पहन रखे थे, ने मीडिया से बातचीत करते हुए बताया कि वे फिल्म निर्माण में अपना भाग्य आजमाने जा रही हैं। फिल्म-निर्देशन के क्षेत्र में कदम रखने में कोई दिलचस्पी नहीं है। उन्होंने बताया कि वह किसी भी फिल्म का निर्देशन नहीं करना चाहतीं, क्योंकि उनके पास वो नजरिया और दृष्टिकोण नहीं है जो एक निर्देशक में होना चाहिए। मुझे नहीं लगता कि मेरे अंदर निर्देशक बनने के गुण हैं। मैं अभिनेत्री बनकर ही खुश हूं और साथ ही निर्माता बन कर भी।

स्वरा अपनी निर्माता कंपनी कहानीवाले के बैनर तले कृष्णा सेन की जीवनी पर आधारित फिल्म का निर्माण कर रही हैं। यह फिल्म कृष्णा सेन उर्फ स्वीटी सेन की सच्ची कहानी पर आधारित है। इस बेनाम फिल्म की कहानी एक ऐसी महिला के ईद-गिर्द घूमती है जो खुद को पुरुष बताती है और दो महिलाओं से विवाह भी करती है।

‘वीरे दी वेडिंग’ में अपने अभिनय का लोहा मनवाने में कामयाब रह चुकी इस अभिनेत्री ने बताया कि यह किरदार उनके सबसे ज्यादा मांग की जाने वाले किरदारों में से एक है। मैं एक ऐसी फिल्म का निर्माण कर रही हूं जो एक महिला की जीवनी से प्रेरित है। महिला पुरुषों के परिधान धारण कर पुरुष बन जाती है, जिसकी वजह से यह किरदार मेरे लिए काफी चुनौतीपूर्ण है। अभिनय और फिल्म निर्माण को भयावह बताने वाली स्वरा का कहना है कि फिल्म का निर्माण करना उत्साहित करने वाली चुनौती है। फैशन के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि मैं बहुत ज्यादा फैशन को लेकर सजग नहीं रहती हूं। लेकिन इसे लेकर मुझे बहुत ज्यादा सजग रहने की जरूरत है, क्योंकि एक अभिनेत्री के तौर पर हमें हमारे रूप को लेकर अक्सर चर्चा की जाती है।