गत 30 मार्च को प्रदर्शित हुई टाइगर श्रॉफ की बागी-2 की सफलता ने ख्यातनाम निर्देशक सुभाष घई को फिर से फिल्म निर्माण की ओर जाने को मजबूर कर दिया है। बॉलीवुड के गलियारों में कहा जा रहा है कि सुभाष घई 7 फरवरी 1976 को प्रदर्शित हुई अपनी पहली निर्देशकीय फिल्म ‘कालीचरण’ का रीमेक बनाने की तैयारी में हैं। यह शत्रुघ्न सिन्हा की बतौर हीरो पहली फिल्म थी, जिसने 42 वर्ष पूर्व बॉक्स ऑफिस पर जबरदस्त धूम मचाई थी। कहा जा रहा है कि सुभाष घई टाइगर श्रॉफ को ‘कालीचरण’ के रूप में देखना चाहते हैं।
सुभाष घई के निर्देशन में बनी इस फिल्म में शत्रुघ्न सिन्हा दोहरी भूमिका—कालीचरण और प्रभाकर—के रूप में नजर आए थे, जो अपराधी से पुलिसवाला बन कर बदमाशों के लिए मुसीबत बन जाता है। इस फिल्म की सफलता में कल्याणजी आनन्दजी के संगीतबद्ध गीतों ने अहम् भूमिका निभाई थी। एन.एन. सिप्पी द्वारा निर्मित इस फिल्म को तेलुगु में कैदी कालीदासू , कन्नड़ में कलिंगा, तमिल में संगिली और मलयालम में पथमुद्द्यम के नाम से भी बनाया गया था।
खबरचियों के अनुसार सुभाष घई इस फिल्म के निर्देशन की जिम्मेदारी रोहित शेट्टी को सौंपना चाहते हैं। इससे पूर्व भी रोहित शेट्टी ने सुभाष घई की ‘राम लखन’ का रीमेक बनाने की घोषणा की थी लेकिन वह सफल नहीं हो पायी। हालांकि सुभाष घई का कहना है कि रोहित शेट्टी से मुलाकात नहीं हुई है और सुना है वो अगले दो वर्षों तक अपनी फिल्मों में व्यस्त हैं। अगर रोहित इसका निर्देशन करें तो खुशी की बात है, चूंकि वो व्यस्त हैं इसलिए कोई दूसरा निर्देशक ढूंढऩा पड़ेगा जो ‘कालीचरण’ के साथ इंसाफ कर सके।
नायक के तौर पर टाइगर श्रॉफ के नाम की चर्चाएँ आम हो रही हैं। हालांकि अभी तक सुभाष घई ने इस बारे में कोई भी आधिकारिक घोषणा नहीं की है, लेकिन उन्होंने इस बात के संकेत जरूर दिए हैं कि ‘कालीचरण’ के रूप में दर्शक टाइगर श्रॉफ को देख सकते हैं। अब देखने वाली बात यह है कि टाइगर श्रॉफ के पिता को बतौर ‘हीरो’ प्रस्तुत करने वाले सुभाष घई उनके पुत्र को किस अंदाज और रूप में परदे पर उतारते हैं।