हैप्पी फिर भाग जाएगी Movie Review : सोनाक्षी का बदला अंदाज, जिम्मी शेरगिल और पियूष मिश्रा का अभिनय आपको निराश नहीं करेगा

डायरेक्टर मुदस्सर अजीज की हैप्पी के भागने की कहानी का पहला भाग आपने साल 2016 में देखा था। फिल्म सफल रही और तय किया गया कि इसका अगला भाग और भी ज्यादा दिलचस्प बनाया जाए। आज रिलीज हुई सोनाक्षी सिन्हा Sonakshi Sinha की ‘हैप्पी फिर भाग जाएगी Happy Phir Bhag Jayegi Movie Review’ उसी फैसले का नतीजा है। पिछली बार हैप्पी पाकिस्तान भाग गई थी और इस बार दो-दो हैप्पी हैं, जो चीन के अलग-अलग शहरों में भाग रही हैं। इस बार उन्हें ढूढ़ने से ज्यादा बचाने की जद्दोजहद भी है। बॉलीवुड में हमने ऐसा कई बार देखा है कि छोटे स्टार के साथ बनाई गई फिल्म जब सुपरहिट हो जाती है तो फिल्म के निर्माता उसके सीक्वल में किसी बड़े स्टार को लेने का फैसला करते हैं। ‘हैप्पी फिर भाग जाएगी’ भी बॉलीवुड के इसी नुस्खे पर आधारित फिल्म है। मुदस्सर अजीज ने इस फिल्म में डायना पेंटी और अली फजल को रखा जरूर है लेकिन वो कुछ ही सीन्स के लिए दिखाई देते हैं। फिल्म की ज्यादातर कहानी नई हैप्पी यानि कि सोनाक्षी सिन्हा के आसपास घूमती नजर आती है।

फिल्म भले चीन पर बेस्ड हो, लेकिन वह आपको बहुत ही खूबसूरती से लगातार पटियाला, अमृतसर, दिल्ली, कश्मीर और पाकिस्तान से जोड़ कर रखती हैं। फिल्म के राइटर और निर्देशक मुदस्सर अजीज ने अपनी पूरी फिल्म में बेहतरीन डायलॉग-बाजी से भारत, पाकिस्तान और चीन के बीच की तनातनी पर व्यंग्य किया है। फिल्म के बहुत से डायलॉग जहां आपको हंसाएंगे, वहीं सोचने पर भी मजबूर करेंगे। 'तनु वेड्स मनु' सीरीज़ और 'रांझणा' के निर्देशक आनंद एल. रॉय इस फिल्म के को-प्रड्यूसर हैं, लेकिन फिल्म में उनकी साफ झलक दिखाई देती है।

कहानी: चीन के शांघाई एयरपोर्ट पर अमृतसर की दो बहनें एक साथ उतरती हैं। पहली हैप्पी (डायना पेंटी) अपने पति गुड्डू (अली फजल) के साथ एक म्यूजिक कॉन्सर्ट में आई है और दूसरी हैप्पी (सोनाक्षी सिन्हा) शांघाई की एक यूनिवर्सिटी में प्रफेसर का जॉब जॉइन करने आई है। एयरपोर्ट पर कुछ चीनी किडनैपर पहली हैप्पी (डायना पेंटी) को किडनैप करने आते हैं, लेकिन एक जैसे नाम होने की वजह से वह गलती से दूसरी हैप्पी (सोनाक्षी) को किडनैप कर लेते हैं। इस अपहरण में किडनैपर पटियाला से दमन बग्गा (जिम्मी शेरगिल) और पाकिस्तान से पुलिस ऑफिसर उस्मान अफरीदी (पियूष मिश्रा) को भी अगवा कर चीन लाते हैं। आगे कहानी क्या मोड़ लेती है, यब जानने के लिए आपको सिनेमा हॉल का रुख करना होगा।

अभिनय: ‘हैप्पी फिर भाग जाएगी’ में सोनाक्षी सिन्हा और जस्सी गिल की एंट्री हुई है और दोनों ही कलाकार प्रभावित करने में नाकामयाब रहे हैं। जहां सोनाक्षी सिन्हा ओवरएक्टिंग करती नजर आती हैं, वहीं जस्सी गिल अपने किरदार (खुशवंद सिंह) में दर्शकों को परेशान करते हैं।

इन दोनों के अलावा डेंजिल स्मिथ, आपारशक्ति खुराना और जेसन थम के किरदार भी फिल्म में अधपके ही नजर आते हैं। यह तीनों अच्छे कलाकार हैं लेकिन अपने किरदारों की वजह से फिल्म को कुछ खास मदद नहीं पहुंचा पाते हैं।

जहां तक बात की जाए ‘हैप्पी भाग जाएगी’ सीरीज की बग्गा-अफरीदी की जोड़ी की, तो इन्होंने पहले भाग की तरह इस बार भी दर्शकों को खूब हंसाया है। जिम्मी शेरगिल और पियूष मिश्रा के पास फिल्म में बहुत कुछ करने को नहीं था लेकिन उसके बावजूद भी दोनों कलाकार दर्शकों को हंसा-हंसा कर लोट-पोट कर देते हैं। यह जब भी स्क्रीन पर आते हैं, दर्शक सीट पर खुशी से उछलने लगते हैं।

डायना पेंटी और अली फजल के बारे में हम आपको ऊपर भी बता चुके हैं कि इनको बहुत ज्यादा स्क्रीन स्पेस नहीं दिया गया है। यह दोनों कलाकार बस कुछ सीन्स के लिए पर्दे पर आते हैं और अपना काम करके लौट जाते हैं।

डायरेक्शन: मुदस्सर अजीज अपने लेखन के लिए मशहूर हैं और इस बार उनकी मेहनत फिल्म के डायलॉग में साफ नजर आती है। जिस तरह की फिल्म है, उस हिसाब से कोई भी सीन या डायलॉग ओवर नहीं लगता है और सिचुएशन के हिसाब से सब सटीक लगता है। उनके निर्देशन की पकड़ भी पहले से और भी ज्यादा मजबूत हुई है। फिल्म का फर्स्ट हाफ थोड़ा लंबा जरूर लगता है, लेकिन उबाऊ नहीं है।

संगीत: फिल्म के डायलॉग और किरदारों के साथ-साथ इसका म्यूजिक भी बेहद कमजोर है। अंत में आने वाले ‘चिन-चिन चू’ गाने के अलावा शायद ही कोई गाना आपके जहन में लम्बे समय के लिए जिंदा रह पाएगा। मुदस्सर ने फिल्म की कहानी को आगे बढ़ाने के लिए जो रोमांटिक गाने रखे हैं, वो धीमी चल रही फिल्म की रफ्तार को और धीमा कर देते हैं।

क्यों देखें: अच्छे डायलॉग, जिनमें व्यंग्य भी है, एक अच्छी सिचुएशनल कॉमिडी, सोनाक्षी का बदला अंदाज, जिम्मी शेरगिल और पियूष मिश्रा का अभिनय आपको निराश नहीं करेगा।