मुझे दो नायकों वाली फिल्म से परहेज नहीं, पहले भी कीं हैं: रणवीर

आगामी शुक्रवार को प्रदर्शित होने जा रही रणवीर सिंह (Ranveer Singh) स्टारर ‘सिम्बा (Simmba)’ को लेकर कहा जा रहा है कि यह बॉक्स ऑफिस पर बड़ा धमाका करते हुए वर्ष का अन्त करेगी। रोहित शेट्टी के निर्देशन में बनी ‘सिम्बा’ 28 दिसम्बर को क्रिसमस वीक के दौरान प्रदर्शित हो रही है। इस फिल्म की ओपनिंग को लेकर कहा जा रहा है यह इस वर्ष अन्तिम बड़ी ओपनर फिल्म बनने के साथ बॉक्स ऑफिस पर कम से कम पहले दिन 35 करोड़ का कारोबार करेगी।

रोहित शेट्टी के साथ रणवीर सिंह इन दिनों लगातार मीडिया के सम्पर्क में हैं। मीडिया के कारण ही ‘सिम्बा’ को जबरदस्त हाइप मिली है और उनका यह किरदार उनके करियर में पहली बार ‘लार्जन दैन लाइफ’ हो गया है। इस किरदार को दर्शक उसी तरह से याद रखेंगे जिस तरह से सलमान खान को ‘दबंग’ के लिए याद किया जाता है। हालांकि इसी वर्ष आई ‘पद्मावत’ में उन्होंने लार्जन दैन लाइफ किरदार अलाउद्दीन खिलजी निभाया है।

हाल ही में एक प्रेस मीटिंग में रणवीर सिंह से जब यह पूछा गया कि क्या वे दो हीरो वाली फिल्म करना पसन्द करेंगे। रणवीर ने कहा कि, ‘‘उन्हें लगता है कि उन्होंने ऐसा कई फिल्मों में किया है। उन्होंने ‘गुंडे’ दो हीरो वाली फिल्म की है। ‘दिल धडक़ने दो’ में तो बहुत बड़ी कास्टिंग थी। वहीं ‘83’ और मेरी आने वाली ‘तख्त’ में भी मैं बड़ी स्टारकास्ट के साथ ही काम कर रहा हूं। इसके आगे वे कहते हैं कि ‘पद्मावत’ भी दो हीरो वाली फिल्म है। इस मामले में मेरा ट्रैक रिकॉर्ड अलग रहा है।

वह अपने बारे में कहते हैं कि मुझमें किसी भी तरह की इनसिक्योरिटी नहीं है। उन्हें बस अच्छी कहानियों का लालच है। ऐसे में उन्हें किसी भी दूसरे आर्टिस्ट से कॉलेब्रोरेट करने का मौका मिले तो उन्हें कोई परेशानी नहीं होती है। मेरे विचार से कहानी सबसे बड़ी होती है। चूंकि आप हाल की सफल फिल्मों का दौर देखें तो जिन फिल्मों में कंटेंट है वे फिल्में कामयाब रही हैं। फिल्म कितनी बड़ी है, इसके कोई मायने नहीं हैं। मायने रखता है कि फिल्म की कहानी क्या है। यह बेहतरीन दौर है कि जब अच्छी कहानी आये और अगर दो स्टार्स को साथ काम करना पड़े तो करना चाहिए। आने वाले समय में फिर से मल्टीस्टारर फिल्मों का दौर आ सकता है।’’

वैसे गौर किया जाए तो दो सितारों को लेकर इन दिनों भी फिल्मों का निर्माण हो रहा है और वे सफल भी हो रही हैं। गत वर्ष ऐसी ही एक फिल्म आई थी, ‘बरेली की बर्फी’ जिसमें आयुष्मान खुराना और राजकुमार राव एक साथ नजर आए थे। अश्विनी अय्यर तिवारी की इस फिल्म ने बॉक्स ऑफिस पर जबरदस्त सफलता प्राप्त की थी। इसके अतिरिक्त अनिल कपूर, राजकुमार राव अभिनीत एक फिल्म का प्रदर्शन भी हुआ था, जिसमें इन दोनों सितारों को बराबर का स्क्रीन्स स्पेस मिला था। ऐसे में यह कहना कि अब मल्टीस्टारर फिल्मों का दौर नहीं है, पूरी तरह से गलत है। हाँ अब यह कहा जा सकता है कि सितारों ने अपनी लोकप्रियता इतनी बढ़ा ली है कि उन्हें अपने साथ किसी अन्य नायक की आवश्यकता ही नहीं होती है।