निर्माता निर्देशक संजय लीला भंसाली की गत 25 जनवरी को प्रदर्शित हुई विवादास्पद और बहुचर्चित फिल्म ‘पद्मावत’ के राजस्थान में प्रदर्शित होने की संभावनाएँ प्रबल हो गई हैं। श्री राजपूत करणी सेना के सदस्यों ने मुम्बई में इस फिल्म को देखा, जिसके बाद उन्होंने फिल्म की भूरि-भूरि तारीफ की है। करणी सेना ने बिना शर्त अपना विरोध वापस लेते हुए कि इस फिल्म को प्रत्येक राजपूत को देखना चाहिए। करणी सेना के नेता योगेन्द्र सिंह कटार ने कहा कि फिल्म में राजपूतों के बलिदानों और उनकी वीरता का वर्णन किया गया है। हर राजपूत को इस फिल्म को देखने के बाद गर्व महसूस होगा। इसलिए अब करणी सेना ने बिना शर्त फिल्म का विरोध नहीं करने का फैसला किया है।
करणी सेना के नेता योगेन्द्र सिंह कटार ने कहा सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुखदेव सिंह जी के निर्देशों के बा ऐसा किया गया है। अब करणी सेना फिल्म को राजस्थान, मध्यप्रदेश और गुजरात के सिनेमाघरों में फिल्त को रिलीज कराने की भी कोशिश करेगी।
गौरतलब है कि पद्मावत अब तक बॉक्स ऑफिस पर 170 करोड़ का कारोबार कर चुकी है। यदि यह फिल्म समय पर राजस्थान, मध्यप्रदेश और गुजरात में प्रदर्शित हो जाती तो यह फिल्म इस वर्ष की पहली 200 करोड़ी फिल्म बन चुकी होती। इन राज्यों में प्रदर्शन न होने के कारण अब तक इस फिल्म को 50 करोड़ से ज्यादा का नुकसान हो चुका है। करणी सेना के द्वारा फिल्म का विरोध वापस लेने के बाद यह उम्मीद की जा रही है आगामी 9 फरवरी को इस फिल्म को इन तीनों राज्यों में प्रदर्शित कर दिया जाएगा। यदि ऐसा होता है तो अक्षय कुमार की ‘पैडमैन’ को एक बार फिर से बॉक्स आफिस पर पद्मावत से टकराव झेलना पड़ेगा।