15 अगस्त को रिलीज होने वाली जॉन अब्राहम की बहुप्रतीक्षित फिल्म सत्यमेव जयते के खिलाफ मुंबई के एक वकील ने शिकायत की है। रमाकांत पाटिल नाम के वकील ने फिल्म में अशोक स्तंभ के इस्तेमाल पर आपत्ति जताई है। उन्होंने कहा है कि देश के राष्ट्रीय स्तंभ अशोक स्तंभ का इस्तेमाल व्यापार के उद्देश्य के लिए नहीं किया जा सकता।
बता दें जॉन अब्राहम की अपकमिंग फिल्म ‘सत्यमेव जयते’ की फिल्म का ट्रेलर पिछले महीने की 28 जून को ही रिलीज किया गया था लेकिन अब इसी ट्रेलर की वजह से फिल्म भी मुसीबत में पड़ती नजर आ रही है।
इससे पहले सत्यमेव जयते के खिलाफ हैदराबाद में शिया समुदाय के लोगों ने धार्मिक भावनाएं आहत करने का आरोप लगाते हुए केस दर्ज करवाया था। शिकायत के मुताबिक, फिल्म के 'मातम' वाले सीन से मुस्लिम समुदाय की भावनाओं को चोट पहुंचती है।
हाल ही में बीजेपी माइनॉरिटी मोर्चा के सिटी जनरल सेक्रेटरी सैय्यद अली जाफरी ने कहा था कि, ‘फिल्म का ट्रेलर धार्मिक भावनाओं को आहत करता है।’ पुलिस के अनुसार जाफरी ने आरोप लगाया कि इसमें एक आपत्तिजनक दृश्य है जो धर्म और धार्मिक विश्वासों पर चोट कर समुदाय की धार्मिक भावनाएं आहत करता है। पुलिस ने बताया कि शिकायत के आधार पर फिल्म की निर्माता कंपनी ऐमी इंटरटेनमेंट्स और अन्य के खिलाफ आईपीसी की धारा 295 ए (इरादतन एवं विद्वेषपूर्ण कृत्य जिनका मकसद धार्मिक भावनाएं आहत करना है) और सिनेमैटोग्राफ अधिनियम की संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया।
इस मामले से जुड़े एक वकील ने कहा है कि, ‘इस ट्रेलर में मुहर्रम को गलत तरीके से दिखाया गया है। ये फिल्म भ्रष्टाचार पर आधारित है और निर्माता इसे मुहर्रम के सीन के बिना भी अच्छे तरीके से पूरा कर सकते थे। फिल्म का मुहर्रम से कोई लेना-देना नहीं है। इससे एक खास समुदाय की भावनाएं आहत हो रही हैं।’