‘लक्ष्मी बॉम्ब’ फिर से राघव लॉरेंस के हाथों में जाने की तैयारी, जल्द हो सकती है घोषणा

पिछले दिनों अक्षय कुमार ने अपनी आगामी फिल्म ‘लक्ष्मी बॉम्ब’ का पहला लुक जारी किया था। इसके तुरन्त बाद ही इस फिल्म के लेखक निर्देशक राघव लॉरेंस ने इस फिल्म के निर्देशन से स्वयं को मुक्त करने की घोषणा की थी। उन्होंने सोशल मीडिया पर इसकी जानकारी देते हुए कहा था कि मेरी जानकारी में आए बिना फिल्म का पहला पोस्टर जारी कर दिया गया। किसी निर्देशक को तीसरे से इस बात की जानकारी मिले तो बहुत दुख होता है। इसी के चलते मैं इस फिल्म से अपना नाम वापस ले रहा हूँ। लेकिन अब इस बात की चर्चा हो रही है कि ‘लक्ष्मी बॉम्ब’ के निर्देशन की जिम्मेदारी एक बार फिर से राघव लॉरेन्स के हाथों में आ सकती है। इस बात की जानकारी स्वयं राघव ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर दी है। लक्ष्मी बॉम्ब साउथ की सुपरहिट फिल्म कंचना का ऑफिशियल रीमेक है और ओरिजनल पार्ट का निर्देशन भी राघव ने ही किया था। ऐसे में लाजिमी है कि राघव को फिल्म का टेस्ट पता है और वह आसानी से इसके हिंदी पार्ट का निर्देशन कर सकते है।

दरअसल राघव ने ये बात खुद ही ट्विटर के जरिए फैंस के साथ साझा की है। राघव ने ट्विटर पर अपने दोस्तों और फैंस के नाम एक मैसेज लिखा है। राघव ने लिखा है कि ‘मैंने कुछ दिन पहले ही ट्वीट किया था कि मैं लक्ष्मी बॉम्ब में अब बतौर निर्देशक काम नहीं करूंगा। मेरे ट्वीट के बाद से अक्षय कुमार सर के फैंस और मेरे फैंस ने मुझसे विनती की कि मैं इस फिल्म को करूं। मैं सभी का प्यार देखकर काफी खुश हूं। लेकिन मेरा भरोसा करिए कि आपकी तरह मैं भी काफी दुखी हूं।’

राघव ने आगे लिखा है कि मैं इस फिल्म को करने के लिए काफी उत्सुक था क्योंकि मैं इस फिल्म को करने के लिए कई दिनों से इंतजार कर रहा था। मैंने इस फिल्म के प्री प्रोडक्शन में काफी काम किया था। कल फिल्म के निर्माता मुझसे मिलने के लिए चेन्नई आ रहे है। देखते है अब क्या होता है क्योंकि अब मैंने सब कुछ उनके ऊपर ही छोड़ दिया है। अब उम्मीद की जा रही है कि आने वाले एक दो दिन में ही यह स्पष्ट हो जाएगा कि इस फिल्म का निर्देशन राघव लॉरेंस कर रहे हैं या फिर किसी और निर्देशक को इस फिल्म को सौंपा जा रहा है। दूसरे निर्देशकों में सबसे पहला नाम आर.बाल्की का सामने आ रहा है जो अक्षय कुमार को लेकर इससे पहले पैडमैन का निर्माण कर चुके हैं। बाल्की को टैबू विषयों पर फिल्में बनाने में महारत हासिल है।