मुश्किलों में ‘मेंटल है क्या’, आईपीएस ने की शीर्षक बदलने की मांग

एकता कपूर की आगामी 24 मई को प्रदर्शित होने जा रही फिल्म ‘मेंटल है क्या’ इन दिनों अपने पोस्टरों को लेकर खासी विवादों में घिर गई है। हाल ही में इस फिल्म का एक मोशन पोस्टर जारी किया गया था जिसमें इसके प्रदर्शन तिथि की घोषणा की गई है। इस मोशन पोस्टर को लेकर विवाद शुरू हो गए थे। अब फिल्म के लिए नई मुश्किल खड़ी होती दिखाई दे रही है। ‘इंडियन साइकायट्रिक सोसायटी’ (आईपीएस) ने केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड को पत्र लिखकर कहा है कि कंगना रनौत और राजकुमार राव स्टारर फिल्म ‘मेंटल है क्या’ के पोस्टर्स मनोरोग को गलत तरीके से पेश करते हैं। इससे पहले फिल्म की प्रदर्शन तिथि को लेकर पहले ही काफी मुश्किल आ चुकी है। आईपीएस ने सीबीएफसी प्रमुख प्रसून जोशी को लिखे पत्र में कहा कि उसे इस फिल्म से जुड़े ‘कई मामलों पर’ आपत्ति है और एकता कपूर के बालाजी मोशन पिक्चर्स की फिल्म मानसिक स्वास्थ्य देखभाल कानून 2017 की कई धाराओं का उल्लंघन करती प्रतीत होती है। हमें फिल्म के शीर्षक पर गंभीर आपत्ति है जिसके जरिए मनोरोग और मनोरोगियों को अपमानजनक, भेदभावपूर्ण और अमानवीय तरीके से पेश किया गया है।

इस पत्र में उन्होंने सीबीएफसी प्रमुख को आगे लिखा है, ‘हम फिल्म का शीर्षक तत्काल प्रभाव से बदलने की मांग करते हैं ताकि मानसिक स्वास्थ्य सेवा लेने वालों की लाज को और नुकसान न पहुंचे।’ आईपीएस ने कहा कि देश के हर नागरिक के लिए मानसिक स्वास्थ्य देखभाल कानून 2017 का पालन करना आवश्यक है और मानसिक स्वास्थ्य के बारे में जागरूक होना एवं इससे जुड़ी गलत सोच को बदलना कानूनी दायित्व है। आईपीएस ने फिल्म से कानून का उल्लंघन करने वाली सामग्री हटाए जाने की भी मांग की है। गौरतलब है कि पिछले दिनों जारी हुए पोस्टर में राजकुमार राव और कंगना रनौत, दोनों ने अपनी जीभ बाहर निकाल रखी है और इन दोनों के जीभ के मध्य में एक ब्लेड रखी हुई है। ‘मेंटल है क्या’ का निर्देशन प्रकाश कोवलामुडी ने किया है। प्रकाश तेलुगू फिल्मों के निर्देशक हैं। इस फिल्म के जरिये वे बॉलीवुड में डेब्यू करने जा रहे हैं।