कट्टरपंथियों को नुसरत जहां का जवाब - मैं भगवान की विशेष संतान, हर त्योहार को धूमधाम से मनाती हूं

तृणमूल कांग्रेस की सांसद नुसरत जहां (Nusrat Jahan) अपनी शादी के बाद से ही हिंदू धर्म के रीति-रिवाजों को लेकर कट्टरपंथियों के निशाने पर रहती हैं लेकिन उनका कहना है कि उन्हें विवादों से फर्क नहीं पड़ता। पति निखिल जैन के साथ दुर्गा पूजा के जश्न में डूबीं नुसरत ने शुक्रवार को पारंपरिक सिंदूर खेला में भी हिस्सा लिया।

चलताबगान पंडाल में नुसरत ने पति के साथ सिंदूर खेला में हिस्सा लिया। इस रस्म में पहले देवी दुर्गा को सिंदूर चढ़ाया जाता है और भोग लगाया जाता है। इसके बाद महिलाएं एक दूसरे को सिंदूर लगाती हैं। सिंदूर खेला की तस्वीरों में नुसरत जहां बला की खूबसूरत लग रही हैं। इस खास मौके पर नुसरत ने सफेद और लाल रंग के कॉम्बिनेशन की साड़ी पहनी हुई है। गले में गोल्डन ज्वेलरी और माथे पर सिंदूर लगा हुआ है। इसके साथ ही उनके चेहरे पर सिंदूर लगा हुआ है। इसके अलावा नुसरत ने इंस्टाग्राम पर भी एक तस्वीर साझा की है।

इस दौरान पत्रकारों से बात करते हुए जहां ने कहा, 'मैं भगवान की विशेष संतान हूं। मैं हर त्योहार को धूमधाम से मनाती हूं। मैं इंसानियत और प्यार की सबसे ज्यादा इज्जत करती हूं। मैं बहुत खुश हूं। विवाद मेरे लिए कोई मायने नहीं रखते।'

कुछ दिन पहले उनके दुर्गा पूजा में शामिल होने पर देवबंद उलेमा ने इसे गैर इस्लामिक बताया था। उलेमा ने नुसरत जहां (Nusrat Jahan) को अपना नाम बदलने की नसीहत भी दी थी। उलेमा का कहना है कि नुसरत जहां मुसलमानों और इस्लाम को बदनाम कर रही हैं। नुसरत जहां से नाराज देवबंदी उलेमा ने कहा कि वह क्यों गैर मजहबी काम कर रही हैं? इस्लाम में अल्लाह के सिवा किसी और की इबादत करना हराम है। अगर नुसरत जहां को गैर मजहबी काम करने हैं, तो क्यों नहीं अपना नाम बदल लेती हैं।