कमजोर हुआ मीटू आंदोलन, अब विकास बहल भी हुए आरोप मुक्त

अभिनेत्री तनुश्री दत्ता द्वारा शुरू किया मीटू आन्दोलन भारत में पूरी तरह से कमजोर पड़ गया है। इस बात का अहसास इस बात से हो रहा है कि धीरे-धीरे करके उन आरोपियों को आरोप मुक्त किया जा रहा है जो इस आन्दोलन के तहत इसकी चपेट में आए थे। सबसे पहले इन आरोपों से अभिनेता आलोक नाथ को बरी किया गया, उसके बाद मीटू के मुख्य आरोपी नाना पाटेकर को बरी कर दिया गया और अब फैंटम फिल्म्स के निर्देशक विकास बहल को भी इन आरोपों से मुक्त कर दिया गया है। फैंटम फिल्म्स की एक पूर्व सहकर्मी के साथ सेक्शुअल हैरसमेंट के आरोपों से घिरे निर्देशक विकास बहल को रिलायंस एंटरटेनमेंट ने अपनी आंतरिक जांच में आरोप मुक्त कर दिया है। रिलायंस एंटरटेनमेंट का फैंटम फिल्म्स में 50 पर्सेंट शेयर भी है। मुंबई मिरर की एक रिपोर्ट के मुताबिक, विकास को अब उनकी आने वाली फिल्म ‘सुपर 30’ में क्रेडिट भी दिया जाएगा जिसका ट्रेलर अगले हफ्ते रिलीज होने जा रहा है।

ज्ञातव्य है कि विकास बहल ने पहले ही अपने पूर्व साथियों अनुराग कश्यप और विक्रमादित्य मोटवानी के खिलाफ मानहानि का मामला दर्ज कर रखा है जो सेक्शुअल हैरसमेंट के आरोपों के बाद विकास बहल और फैंटम फिल्म्स से अलग हो गए थे। साल 2014 में ‘क्वीन’ जैसी सुपरहिट देने वाले विकास बहल पर फैंटम फिल्म्स की उनकी एक पूर्व सहयोगी ने 2015 में गोवा में सेक्शुअल हैरसमेंट करने का आरोप लगाया था। इन आरोपों के बाद कंगना रनौत ने भी विकास पर आरोप लगाए थे और उन्हें फिल्म ‘सुपर 30’ से अलग कर दिया गया था। रिलायंस एंटरटेनमेंट ने इस बात की पुष्टि की है कि विकास को आंतरिक जांच में आरोप मुक्त कर दिया गया है। बताया जा रहा है कि कई बार नोटिस दिए जाने के बाद भी शिकायत करने वाली महिला इंटरनल कमिटी के सामने पेश नहीं हुईं। इसके अलावा कमिटी ने शिकायतकर्ता से संबंधित और दूसरे पक्ष के लोगों से भी पूछताछ की थी। कमिटी ने दोनों से संबंधित दस्तावेजों और दोनों के बीच हुई बातचीत को भी अपने रिकॉर्ड में रखा और इसके बाद विकास बहल को सभी आरोपों से मुक्त कर दिया।