प्रवासी मजदूरों की मदद में सोनू सूद को आई कितनी दिक्कतें, किताब के सहारे बताएंगे, अक्टूबर में होगी प्रकाशित

कोरोना वायरस महामारी के बीच बॉलीवुड एक्टर सोनू सूद ने मुंबई में रहने वाले प्रवासी मजदूरों को उनके राज्यों में पहुंचाने के लिए एक अभियान शुरू किया था। सोनू और उनकी टीम ने इस संबंध में टोल फ्री नंबर और वॉट्सएप नंबर भी जारी किया था। मार्च में नेशनल लॉकडाउन की वजह से फंसे लोगों को उनके घरों तक पहुंचाने के लिए सोनू ने खाना, बस, ट्रेन के साथ ही एयरप्लेन की भी व्यवस्था की थी। अब सोनू सूद अपने इन अनुभवों को किताब की शक्ल देने जा रहे हैं। इस किताब में सोनू लोगों की मदद करने के दौरान आई चुनौतियों और कठिन परिस्थितियों के बारे में विस्तार से लिखेंगे। अभी तक उनकी इस किताब का नाम तय नहीं हुआ है। मशहूर पब्लिकेशन हाउस पेंग्विन रेंडम हाउस इंडिया ने बताया कि ये किताब अक्टूबर तक प्रकाशित होगी।

सोनू सूद ने अपने बयान में कहा 'मैं भगवान का शुक्रगुजार हूं कि उसने मुझे इन लोगों की मदद करने का जरिया बनाया। मेरा दिल यूं तो मुंबई के लिए धड़कता है लेकिन इस मूवमेंट के बाद मुझे ऐसा लगता है कि मेरी जिंदगी का कुछ हिस्सा यूपी, बिहार, झारखंड, असम, उत्तराखंड और ऐसे ही कई राज्यों में भी बस गया है जहां मैंने नए दोस्त बनाए हैं और कई ऐसे कनेक्शन्स बनाए हैं जो बेहद गहरे हैं।'

सोनू सूद ने आगे कहा 'मैंने अपने इन अनुभवों और कहानियों को एक किताब की शक्ल देने का फैसला किया है। इस किताब में देशभर में फंसे लोगों की मुश्किलों भरी दास्तां का भी जिक्र किया जाएगा। लॉकडाउन के दौरान लोग अपने घरों में पहुंचने को लेकर बेताब थे। किसी के पिता का एक्सीडेंट हो गया था, किसी की मां बीमार थी, कई महिलाएं प्रेग्नेंट थीं। ऐसे तमाम लोगों की कहानियां को भी मैं रेखांकित करनेवाला हूं। ये अनुभव मेरी आत्मा में रच-बस से गए हैं। मैं काफी उत्साहित हूं और नर्वस भी हूं और इस किताब के सहारे आप सभी लोगों के साथ कनेक्ट करना चाहता हूं। मैं उम्मीद करूंगा कि मुझे इस किताब के सहारे आप लोगों का सपोर्ट मिलेगा। लव यू ऑल।'

बता दे, सोनू सूद ने हाल ही में 400 ऐसे परिवारों को भी सहायता करने का फैसला किया है जिन्हें कोरोना वायरस लॉकडाउन के चलते जबरदस्त परेशानियां उठानी पड़ी है।