सरोज खान का निधन / मुंबई की चॉल में बीता था बचपन, एक डॉक्टर की मदद से फिल्म इंडस्ट्री में रखा था कदम

फिल्म इंडस्ट्री की मशहूर कोरियोग्राफर सरोज खान (Saroj Khan Passed Away) ने आज दुनिया को अलविदा कह दिया। सरोज खान के निधन के बाद बॉलीवुड एक बार फिर से गमगीन हो गया है। हाल ही में सुशांत सिंह राजपूत (Sushant Singh Rajput) का दुनिया से जाना लोग भुला भी नहीं पाए थे कि इस खबर ने एक बार फिर लोगों को तोड़ दिया। मशहूर कोरियोग्राफर सरोज खान का कार्डियक अरेस्ट (Cardiac Arrest) के चलते मुंबई में निधन हो गया। वह 71 साल की थीं और बीते कुछ दिनों से अस्वस्थ चल रही थीं। उनका इलाज बांद्रा में स्थित गुरु नानक हॉस्पिटल में चल रहा था। सरोज खान ने अपनी पूरी जिंदगी इंडस्ट्री में काम किया। उनकी कोरियोग्राफी फैंस को बहुत पसंद आती थी। सरोज खान ने बड़े-बड़े स्टार्स के साथ काम किया। लेकिन सरोज खान का बचपन गरीबी में बीता था।

1948 में सरोज खान का जन्म मुंबई में हुआ था। उस वक्त उनका परिवार बहुत गरीब था। सरोज खान का बचपन मुंबई की चॉल में बीता था। सरोज खान को बचपन से ही डांस का बहुत शौक था। जब सरोज 3 साल की थीं एक बार उनकी मां ने सरोज को परछाई में हाथ हिलाते हुए देखा। उस वक्त सरोज की मां दूसरी बार प्रेग्नेंट थीं।

जिस डॉक्टर से उनकी मां अपना ट्रीटमेंट ले रही थीं। वो डॉक्टर फिल्म इंडस्ट्री से ताल्लुक रखता था। सरोज की मां उन्हें उस डॉक्टर के पास लेकर गईं। उन्होंने डॉक्टर से कहा कि ये परछाई में देखती है और पता नहीं अपने हाथों से क्या करती है।

तब डॉक्टर ने सरोज को देखा और म्यूजिक चलाया और कहा कि ये बच्ची बिल्कुल नॉर्मल है। वो डांस करना चाहती है। आप लोग गरीब हैं और इसे फिल्म इंडस्ट्री में क्यों नहीं भेजती। तो इस पर सरोज की मां ने कहा था कि मैं वहां किसी को नहीं जानती। तो डॉक्टर ने कहा कि मैं कुछ लोगों को जानता हूं। वो इसे चाइल्ड आर्टिस्ट के रोल दे देंगे। इस तरह से सरोज खान ने फिल्म इंडस्ट्री में कदम रखा।

एक बार सरोज को हेलेन के साथ डांस करने के लिए बुलाया गया। लेकिन सरोज खान अपने डांस स्टेप्स छोड़कर हेलेन के स्टेप्स करने लगीं। इस पर कोरियोग्राफर ने सरोज खान को बुलाया और कहा कि तुम हेलेन के स्टेप्स क्यों कर रही हो। तो इस पर सरोज ने कहा कि हां आपने वो स्टेप्स इतने अच्छे से कंपोज किया है कि मैं अपने स्टेप्स भूल गईं। तो इस पर कोरियोग्राफर ने कहा था कि अगर मैं तुम्हें पूरा डांस करने के लिए कहूं तो तुम करोगी। तो सरोज ने पूरा डांस करके दिखाया।

तो अगले दिन कोरियोग्राफर ने हेलेन से कहा कि ये लड़की डांस करेगी और तुम्हे इसकी तरह डांस करना होगा। 12 साल की उम्र में सरोज ने हेलेन, वैजयंतीमाला जैसे कई स्टार्स को डांस सिखाया। यहीं से सरोज खान का करियर शुरू हुआ।

बता दे, 71 साल की सरोज खान ने करीब 2000 गाने कोरियोग्राफ किए। सरोज करीब 40 साल बॉलीवुड में कोरियोग्राफर रहीं। इसके अलावा साउथ की कई फिल्मों में भी उन्होंने एक्टर्स को डांस स्टेप्स सिखाए। श्रीदेवी और माधुरी दीक्षित समेत बॉलीवुड की तमाम बड़ी एक्ट्रेस उनके निर्देशन में थिरकती नजर आईं। सरोज खान को अपनी कोरियोग्राफी की कला के चलते 3 बार नेशनल अवॉर्ड मिल चुका था।

संजय लीला भंसाली की फिल्म देवदास में डोला-रे-डोला गाने की कोरियोग्राफी के लिए उन्हें नेशनल अवॉर्ड मिला था। सरोज की पहली फिल्म 1974 में आई गीता मेरा नाम थी। इसमें हेमामालिनी लीड रोल में थीं। तीन बार उन्होंने नेशनल अवॉर्ड अपने नाम किया।

मिस्टर इंडिया का हवा-हवाई (1987), एक दो तीन (तेजाब) का बेहद हिट रहा। 1988 में आई इस फिल्म से माधुरी दीक्षित छा गईं थीं। 1992 में आई बेटा का गीत धक-धक करने लगा और डोला रे डोला (2002) उनके हिट नंबर हैं। सरोज खान ने आखिरी बार करण जौहर के प्रोडक्शन हाउस के तले बनी फिल्म कलंक में तबाह हो गए गाने गाने को कोरियोग्राफ किया था। इस गाने में उनकी फेवरेट एक्ट्रेस माधुरी दीक्षित नजर आई थीं। यह फिल्म 2019 में रिलीज हुई थी।

बता दे, 24 जून से ही सरोज की तबीयत खराब थी। उन्हें मुंबई के गुरु नानक हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था। उन्हें सांस लेने में तकलीफ थी।