‘ब्लैंक’ की सफलता पर निर्भर करता है सन्नी देओल का करिअर, 8 साल से नहीं मिली सफलता

नब्बे के दशक के जबरदस्त एक्शन सितारे रहे सन्नी देओल ने राजनीति में कदम रखा है। वे भाजपा के टिकट पर गुरदासपुर से लोकसभा का चुनाव लड़ रहे हैं जहाँ से दिवंगत अभिनेता विनोद खन्ना चार बार सांसद रहे थे। उनके निधन के बाद यह सीट भाजपा के हाथ से छूट गई। इसे वापस पाने के लिए उन्होंने सन्नी देओल को मैदान में उतारा है। जब से सन्नी देओल राजनीति में आए हैं कहा जा रहा है कि आगामी 3 मई को प्रदर्शित होने वाली फिल्म ‘ब्लैंक’ उनके करिअर की आखिरी फिल्म होगी। हालांकि यह तय नहीं है क्योंकि पहले भी सितारे राजनीति के साथ-साथ फिल्में करते रहे हैं। इसके साथ ही यह भी कहा जा रहा है कि इस फिल्म की सफलता पर भी सन्नी देओल का करिअर निर्भर करता है। यदि फिल्म सफल हुई तो सन्नी देओल को फिर से फिल्मों में काम मिल सकता है। सन्नी देओल पिछले आठ साल से सफलता को तरस रहे हैं। उनकी अन्तिम सफल फिल्म 2011 में आई ‘यमला पगला दीवाना’ थी, जिसकी बाद में आई दो कडिय़ाँ असफल हो गईं।

2018 में बॉलीवुड एक्टर सन्नी देओल की 3 फिल्में रिलीज हुई थीं। इनमें मोहल्ला अस्सी, भैय्या जी सुपरहिट और यमला पगला दीवाना फिर से शामिल रहीं। मगर ये तीनों ही फिल्में बॉक्स ऑफिस पर खास कलेक्शन नहीं कर पाईं। कहना गलत नहीं होगा कि गदर, बॉर्डर जैसी सुपरहिट फिल्में देने वाले सन्नी का जादू अब बॉक्स ऑफिस पर फीका हो गया है। इस शुक्रवार सन्नी देओल ‘ब्लैंक’ के साथ सिल्वर स्क्रीन पर लौट रहे हैं। एक्शन थ्रिलर मूवी में सन्नी देओल के अलावा करण कपाडिय़ा, करणवीर शर्मा और इशिता दत्ता लीड रोल में हैं। सन्नी देओल की मौजूदगी के बावजूद ‘ब्लैंक’ को लेकर ज्यादा बज नहीं बना है। थोड़ा बहुत जो बना है वो सनी देओल के राजनीति में आने की वजह से है।