सांड की आंख: 3 मिनट के ट्रेलर में दिखा शूटर दादियों का दमदार लुक, देखे वीडियो

भूमि पेडनेकर (Bhumi Pednekar) और तापसी पन्नू (Taapsee Pannu) स्टारर फिल्म 'सांड की आंख (Saand Ki Aankh)' का ट्रेलर (Saand Ki Aankh Trailer) रिलीज हो चूका है। इस फिल्म में दोनों एक्ट्रेस का देसी अवतार देखने को मिलने वाला है।

तापसी पन्नू ने ट्विटर पर इसे साझा करते हुए लिखा, 'आ गया... मेहनत से हमारा प्यार... लेकिन ये वाला हम सब की माताओं को समर्पित है।' रिलायंस एंटरटेनमेंट के यूट्यूब चैनल पर इसे अपलोड किया गया है और कुछ ही घंटों में इस पर हजारों की संख्या में व्यूज, लाइक्स और कमेंट आ चुके हैं। 3 मिनट 6 सेकंड का ये ट्रेलर काफी दमदार है। तुषार हीरानंदानी के डायरेक्शन में बन रही इस फिल्म में विनीत सिंह और प्रकाश झा भी नजर आने वाले हैं।

क्या है ट्रेलर में?

उत्तर प्रदेश का जौहरी गांव साल 1988 तक भारत की किसी अन्य गांव की तरह ही था। लेकिन इसी दौरान गांव में कुछ ऐसा हुआ जो इसे नेशनल और इंटरनेशनल लेवल पर ले गया। 50 की उम्र में दो दादियों ने अपनी बच्चियों की खुशियों के लिए बंदूक उठाई और इसने उन दोनों को उस मुकाम पर पहुंचा दिया जिसकी कल्पना भारत ने शायद ही कभी की थी। उन्होंने कुल मिलाकर 352 मैडल्स जीते जिसने न सिर्फ उन्हें बल्कि उनके गांव को भी मशहूर कर दिया।

यह फिल्म शूटर चंद्रो और प्रकाशी तोमर की जिंदगी पर आधारित है। तापसी ने प्रकाशी तोमर का और भूमि, चंद्रो तोमर का रोल निभाती नजर आ रही हैं। उम्र के 86 वसंत देख चुकी चंद्रो तोमर, यूपी के बागपत जिले के जोहरी गांव की रहने वाली हैं। चंद्रो तोमर के 6 बच्चे और 15 नाती-पोते हैं। चंद्रो, दुनिया की सबसे बुजुर्ग शूटर हैं। उनके अलावा उनकी ननद 81 साल की प्रकाशी तोमर भी उन्हीं को देखकर शूटिंग करने लगीं। 65 साल की उम्र में शूटिंग की प्रैक्टिस शुरू करने के बाद चंद्रो ने पीछे मुड़कर नहीं देखा। उन्होंने 25 नेशनल शूटिंग चैंपियनशिप में हिस्सा लिया और सारे टूर्नामेंट जीते।

फिल्म का ट्रेलर सही मायने में ये दिखाता है कि महिलाएं अपने घर और परिवार के लिए बहुत कुछ करती हैं लेकिन शायद ही ज्यादातर मामलों में उन्हें वो क्रेडिट दिया जाता है जिसकी वे हकदार हैं। हालांकि जब वही महिला अपने लिए कुछ करने की कोशिश करती है तो समाज उन्हें रोकने और सीमित करने की कोशिश करता है। फिल्म उन्हीं सीमाओं और परिधियों को तोड़ कर बाहर निकलती दो ऐसी महिलाओं की कहानी है जिन्होंने विश्व स्तर पर मुकाम बनाया।

फिल्म की शूटिंग फरवरी में बागपत में शुरू हुई थी। फ़िल्म के कुछ हिस्सों को हस्तिनापुर और मवाना में फिल्माया जाएगा। शुरुआत में फिल्म का नाम 'वुमनिया' तय किया गया था, लेकिन टाइटल के कानूनी अधिकारों पर विवाद के कारण, जो कि प्रीतीश नंदी कम्युनिकेशंस के पास हैं, फिल्म का नाम बदलकर 'सांड की आंख' रख दिया गया। फिल्म 25 अक्टूबर को दिवाली के मौके पर रिलीज होगी और इसके हाउसफुल समेत कई अन्य फिल्मों से क्लैश करने की भी गुंजाइश है जो इस मौके पर रिलीज होने जा रही हैं। देखना होगा कि क्या इसकी रिलीज डेट में कोई बदलाव होता है या नहीं।