आज भी पहले जैसी हैं माधुरी, ‘टोटल धमाल’ से दर्शक बोर नहीं होंगे: अनिल कपूर

अपने फिल्म करियर में अनिल कपूर (Anil Kapoor) माधुरी दीक्षित (Madhuri Dixit) के साथ 18 फिल्मों में काम कर चुके हैं। ‘टोटल धमाल’ माधुरी दीक्षित के साथ उनकी 19वीं फिल्म है, जिसमें उन्होंने पति पत्नी की भूमिका निभाई है। इससे पहले उन्होंने जितनी भी फिल्मों में काम किया है, वे प्रेमी प्रेमिका के रूप में नजर आए हैं। सिवाय बोनी कपूर की फिल्म ‘पुकार’ के जिसमें अनिल के प्रति माधुरी का एकतरफा इश्क दिखाया गया था।

इस शुक्रवार को इस जोड़ी की ‘टोटल धमाल’ का बॉक्स ऑफिस पर प्रदर्शन हो गया है। इस फिल्म के प्रमोशन के दौरान अनिल कपूर ने मीडिया से कई बार बातचीत की है। हाल ही में उन्होंने अपने दिए एक साक्षात्कार में माधुरी दीक्षित के बारे में खुलकर बातचीत की है। उनका कहना है कि माधुरी इतने सालों में बिल्कुल नहीं बदली हैं। ‘टोटल धमाल’में उनके साथ काम करने पर उन्हें महसूस हुआ कि वह पहले जैसी ही हैं। दोनों कलाकारों ने इंद्र कुमार के साथ इससे पहले उनकी फिल्म ‘बेटा’ (1992) में काम किया था।

अपने साक्षात्कार में माधुरी के बारे में बात करते हुए वे आगे कहते हैं, ‘हमने कई फिल्मों में साथ काम किया है तो हम बिना कोई चर्चा किए कैमरे पर एक-दूसरे की प्रतिक्रिया को बता सकते हैं। मैं माधुरी के साथ काम करने को लेकर बेहद सहज हूं। हमने इससे पहले राजकुमार संतोषी की फिल्म ‘लज्जा’ (2001) में साथ काम किया था और अब वह फिर वापस आ गई हैं और उतनी ही खूबसूरत दिख रही है, जितना पहले दिखती थीं। यह बात अच्छी रही कि कई सालों तक आपके साथ काम कर चुकी सह-कलाकार अपनी निजी जिंदगी के लिए ब्रेक लेने, शादी करने और बच्चों के बाद वापस आती है और फिर भी पहले जैसी है। यकीन कीजिए, मुझे ऐसा नहीं लगा कि हमने 18 सालों से साथ में काम नहीं किया है। यह ऐसा लगा जैसे कल की ही बात है, जब हमने ‘तेजाब’, ‘बेटा’, ‘खेल’, ‘किशन कन्हैया’ और ‘पुकार’ जैसी फिल्में की थीं।

अनिल कपूर (Anil Kapoor) की यह एक महीने में दूसरी प्रदर्शित फिल्म है। तीन सप्ताह पूर्व उनकी फिल्म ‘एक लडक़ी को देखा तो ऐसा लगा’ का प्रदर्शन हुआ था। उस में फिल्म उनके साथ उनकी सगी बेटी सोनम कपूर नजर आईं थी, जिन्होंने फिल्म में भी उनकी बेटी की भूमिका को निभाया था। इस फिल्म को दर्शकों ने ज्यादा पसन्द नहीं किया। दो फिल्मों के जल्दी-जल्दी प्रदर्शन पर उनका कहना है कि यह दोनों फिल्में अलग-अलग जोनर की हैं और उनकी भूमिका में भी बदलाव है, ऐसे में दर्शकों को इतनी जल्दी दोबारा उन्हें देखने पर बोरियत महसूस नहीं होगी।