अमिताभ बच्चन विशेष : 3 राष्ट्रीय, 11 फिल्मफेयर पुरस्कारों से सम्मानित हो चुके हैं अमिताभ बच्चन

सदी के महानायक के रूप में ख्यात अमिताभ बच्चन (Amitabh Bachchan) को अपने करियर की पहली हिट फिल्म ‘आनन्द’ में पहली बार फिल्मी दुनिया का सर्वश्रेष्ठ पुरस्कार फिल्मफेयर मिला था। 1971 में प्रदर्शित हुई इस फिल्म के लिए उन्हें बेस्ट स्पोर्टिंग एक्टर का सम्मान मिला। नायक राजेश खन्ना थे जिन्होंने बेस्ट एक्टर का पुरस्कार जीता था। ‘आनन्द’ से जारी हुआ उनका यह सिलसिला वर्ष 2016 में प्रदर्शित हुई फिल्म ‘पिंक’ तक चला है।

46 साल लम्बे करियर में अमिताभ बच्चन (Amitabh Bachchan) ने तीन बार राष्ट्रीय पुरस्कार जीता है। उन्हें सबसे पहला राष्ट्रीय पुरस्कार वर्ष 1990 में प्रदर्शित हुई फिल्म ‘अग्निपथ’ के लिए मिला था। इस फिल्म का निर्माण धर्मा प्रोडक्शन के संस्थापक यश जौहर ने किया था और निर्देशन था मुकुल एस.आनन्द का। इस फिल्म के संवादों को कादर खान ने लिखा था। उनका लिखा और अमिताभ बच्चन (Amitabh Bachchan) का विशेष अंदाज में बोला गया संवाद, ‘नाम विजय चौहाना, पिता का नाम दीनानाथ चौहान, पूरा नाम विजय दीनानाथ चौहान’ बहुत लोकप्रिय हुआ था। संवाद के रूप में उन्होंने जिस अंदाज में अपना परिचय दिया था, वो बेमिसाल और लाजवाब था। ‘अग्निपथ’ के लिए उन्हें पहली बार राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार से सम्मानित किया था। यह राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कारों में शामिल पहली ऐसी फिल्म थी जो पूरी तरह कॉमर्शियल थी। वरना इस फिल्म से पहले राष्ट्रीय पुरस्कारों में सिर्फ ऑफ बीट फिल्मों या सामानान्तर सिनेमा को ही शामिल किया जाता रहा था।

‘अग्निपथ’ के बाद उन्होंने वर्ष 2005 में प्रदर्शित हुई निर्माता निर्देशक संजय लीला भंसाली की फिल्म ‘ब्लैक’ के लिए सर्वश्रेष्ठ नायक का यह पुरस्कार जीता। ‘ब्लैक’ की गिनती अमिताभ बच्चन के करियर की सर्वश्रेष्ठ फिल्मों में होती है। वर्ष 2009 में एक बार फिर से अमिताभ बच्चन (Amitabh Bachchan) को सर्वश्रेष्ठ अदाकार का राष्ट्रीय पुरस्कार मिला। इस बार फिल्म थी आर.बाल्की की ‘पा’ जिसमें उन्होंने असाधारण बीमारी से ग्रस्त ऐसे बच्चे का किरदार निभाया था जो तेजी से बुढ़ापे की ओर अग्रसर होता है। इस फिल्म में अभिषेक बच्चन (Amitabh Bachchan) ने उनके पिता और विद्या बालन ने उनकी माँ की भूमिका निभाई थी। इस फिल्म का निर्माण अमिताभ बच्चन (Amitabh Bachchan) और अभिषेक बच्चन (Abhishek Bachchan) ने किया था। ‘पा’ के छह साल बाद एक बार फिर उन्होंने स्वयं को सर्वश्रेष्ठ अदाकार के रूप में स्थापित किया। इस बार फिल्म थी ‘पीकू’, जिसका निर्देशन शूजीत सरकार ने किया था। इस फिल्म में उनके साथ दीपिका पादुकोण नजर आईं थी जिन्होंने इसमें उनकी बेटी की भूमिका अदा की थी। ‘पीकू’ में अमिताभ बच्चन (Amitabh Bachchan) ने ऐसे बुजुर्ग भास्कर बनर्जी का किरदार अभिनीत किया था जो ‘कब्ज’ से ग्रसित है। एक ना कहने वाली बात पर बनी इस फिल्म ने उनके बेहतरीन अभिनय के चलते बॉक्स ऑफिस पर जबरदस्त सफलता प्राप्त की थी।

राष्ट्रीय पुरस्कारों के साथ-साथ अमिताभ बच्चन ने कई मर्तबा फिल्मफेयर पुरस्कारों पर भी कब्जा जमाया है। उन्होंने नायक और सहायक भूमिकाओं के लिए अब तक 11 बार पुरस्कार जीता है।

जिन फिल्मों के लिए उन्होंने यह पुरस्कार जीता है वो इस प्रकार हैं—

1. आनन्द—1971 (डॉ. भास्कर बनर्जी, बाबू मोशाय)—सहायक अभिनेता
2. नमक हराम—1973 (विक्रम उर्फ विक्की)—सहायक अभिनेता
3. अमर अकबर एंथोनी—1977 (एंथोनी गौनसाल्विय)—श्रेष्ठ अभिनेता
4. डॉन—1978 (डॉन/विजय)—श्रेष्ठ अभिनेता
5. हम—1991 (टाइगर/शेखर)—श्रेष्ठ अभिनेता
6. मोहब्बतें—2000 (नारायण शंकर)—सहायक अभिनेता
7. अक्स—2001 (मनू वर्मा)—फिल्मफेयर क्रिटिक्स अवार्ड —श्रेष्ठ अभिनेता
8. ब्लैक—2005 (देबराज साहनी)—इस फिल्म के लिए उन्हें दो फिल्मफेयर पुरस्कार मिले थे। पहला श्रेष्ठ अभिनेता का और दूसरा फिल्मफेयर क्रिटिक्स अवार्ड —श्रेष्ठ अभिनेता का दिया गया था।
9. पा—2009 (औरो)—श्रेष्ठ अभिनेता
10. पीकू—2015 (भास्कर बनर्जी)—फिल्मफेयर क्रिटिक्स अवार्ड श्रेष्ठ अभिनेता