‘मिलन टाकीज’ को लेकर उत्साहित हैं अली फजल, अनिश्चितता छानबीन करने को प्रेरित करती है

तिग्मांशु धूलिया इस बार कोई गैंगस्टर ड्रामा दिखाने के बजाय राजनीतिक उथलपुथल का कारण बनी एक प्रेम कहानी को दर्शकों के सामने लेकर आ रहे हैं। इस फिल्म के जरिये हॉलीवुड फिल्मों में काम कर चुके अभिनेता अली फजल और दक्षिण की ख्यातनाम अभिनेत्री श्रद्धा श्रीनाथ पहली बार काम करते नजर आएंगे। अली फजल को इस फिल्म की सफलता का पूरा विश्वास है। बॉलीवुड अभिनेता अली फजल (Ali Fazal) का कहना है कि अनिश्चितता का तत्व उन्हें उसकी छानबीन करने के लिए प्रेरित करता है। अली मनोरंजन उद्योग के विभिन्न प्लेटफॉर्मों पर हाथ आजमा चुके हैं, चाहे वह हॉलीवुड हो, बॉलीवुड हो या ओटीटी प्लेटफॉम्र्स। अपनी अगली प्रदर्शित होने वाली फिल्म ‘मिलन टाकीज’ का इन दिनों वे प्रमोशन कर रहे हैं, जिसके चलते वे लगातार मीडिया के सम्पर्क में हैं।

हाल ही में दिए अपने एक साक्षात्कार में जब उनसे यह पूछा गया कि किसी पटकथा में वे क्या देखते हैं तो अली ने इसका उत्तर देते हुए कहा, ‘मुझे लगता है कि मैं अनिश्चितता देखता हूं। मैं जब कोई पटकथा पढ़ता हूं और उसके अंत का अंदाजा नहीं लगा पाता हूं तो मैं उत्साहित हो जाता हूं, क्योंकि मैं अनिश्चितता की प्रक्रिया से गुजरूंगा जो मुझे बिल्कुल किनारे का एहसास कराएगा। उसी समय, ऐसे किरदार और कहानियां फिल्म से जुड़ी हर चीज- ड्रेस, लाइट और कैमरा से मैं ज्यादा अच्छे से जुड़ता हूं। किरदार के कपड़े आपकी चाल-ढाल को बदल देते हैं, संवाद बोलने का ढंग मुझे किरदार की दुनिया में जाने देता है तो आप देखो, यह एक प्रक्रिया है।’

अपनी और जूडी डेंच अभिनीत फिल्म ‘विक्टोरिया एंड अब्दुल’ का उदाहरण देते हुए अली ने कहा, ‘हालांकि जब आप इसे देखते हैं तो इसमें कोई टाइमलाइन नहीं दी गई है, कपड़ों के बदलाव के साथ आपको पता चलेगा कि समय कैसे निकल गया। तो हां, मुझे लगता है कि मैं इन विभागों के साथ भी गंभीरता से काम करने को तरजीह देता हूं।’ फिल्म ‘मिलन टॉकीज’ में अली ने मालेगांव के एक नवोदित फिल्म निर्माता का किरदार निभाया है। वह बड़ा फिल्म निर्देशक बनने और मुंबई में बसने के लिए कठिन मेहनत करता है। तिग्मांशु धूलिया निर्देशित ‘मिलन टॉकीज’ 15 मार्च को रिलीज हो रही है।