‘दे दे प्यार दे’ को मिला यू/ए प्रमाण पत्र, दृश्य बदलने के साथ संवादों पर चली कैंची

अजय देवगन की फिल्म ‘दे दे प्यार दे’ को प्रदर्शन से एक दिन पूर्व यू/ए प्रमाण पत्र जारी किया गया है। इस प्रमाण पत्र को जारी करने के साथ ही सेंसर बोर्ड ने फिल्म के एक दृश्य और दो संवादों पर कैंची चला दी है। बताया जा रहा है कि सेंसर बोर्ड ने फिल्म में इस्तेमाल हुई एक शराब की बोतल को फूलों के गुलदस्ते से रिप्लेस कर दिया है। अब फिल्म में शराब की बोतल की जगह फूलों को गुलदस्ता दिखाई देगा।

दरअसल, सेंसर बोर्ड को फिल्म में एक महिला को परदे पर शराब पीते हुए दिखाना ठीक नहीं लगा, इसलिए सेंसर बोर्ड ने फिल्म प्रदर्शन से पहले यह बदलाव किया है। गौरतलब है कि फिल्म के ‘वड्डी शराबन’ गाने में रकुल प्रीत सिंह एक विस्की की बोतल के साथ नाचती हुई नजर आ रही थी, लेकिन सेंसर बोर्ड को यह ठीक नहीं लगा और बोर्ड की कैंची इस सीन पर चल गई। बोर्ड ने फिल्म को यू /ए सर्टिफिकेट देने से पहले शराब की बोतल की जगह फूलों का गुलदस्ता रखने का सुझाव दिया है।

सेंसर बोर्ड ने शराब की बोतल पर ही नहीं बल्कि अन्य सीन भी बदलने का सुझाव दिया है। इनमें कुछ डायलॉग भी हटाने का भी फैसला किया गया है। बोर्ड ने फिल्म में इस्तेमाल किए गए ‘परफोर्मेंस बेटर होती है’ और ‘मंजू जी के आलू ओह ओह... वहीं अच्छे है कि ये सब झूठ है’ संवाद हटाने के लिए कहा है।
ज्ञातव्य है कि लव रंजन निर्मित और अकीव अली निर्देशित ‘दे दे प्यार दे’ एक अधेड़ उम्र के आदमी और उसकी बेटी की उम्र की लडक़ी के प्यार की कहानी है, जिसमें उम्र देखकर प्यार न करने वकालत की गई है। फिल्म में अजय के साथ रकुल प्रीत सिंह और तब्बू के अलावा जावेद जाफरी और आलोक नाथ भी अहम किरदार निभा रहे हैं। फिल्म में तब्बू ने अजय की पूर्व पत्नी का रोल किया है, जिनके दो बच्चे भी हैं। फिल्म शुक्रवार को प्रदर्शित होने जा रही है।