सोचने को मजबूर करता है स्पोट्र्स डॉक्यू ड्रामा ‘दूसरा’ का पोस्टर

13 जुलाई 2002 की तारीख क्रिकेट प्रेमियों के जेहन में उसी तरह से बसी है जिस तरह से 1983 की 25 जून, जब पहली बार भारत ने कपिल देव के नेतृत्व में विश्व कप पर कब्जा किया था। 13 जुलाई 2002 को टीम इंडिया के युवा कप्तान सौरव गांगुली ने भी भारत को विश्व स्तर पर एक बड़ी सफलता दिलाई थी। कप्तान सौरव गांगुली और उनकी युवा टीम ने नेटवेस्ट सीरीज जीत कर भारत को जश्न का मौका दिया था। ‘दूसरा’ के नाम से बन रही निर्देशक अभिनय देव ने स्पोट्र्स डॉक्यू ड्रामा के जरिए फिल्म में इस मनमौजी क्रिकेट कप्तान के प्रभाव को देश के युवा दिमागों पर दिखाने की कोशिश की है। फिल्म का पहला पोस्टर आज जारी किया गया है। यह एक युवा लडक़ी के जरिए सुनाई गई कहानी है, जो अपनी स्वतंत्रता के लिए एक अलग रास्ता चुनती है।

यह सोशियो-स्पोट्र्स ड्रामा है जो एक घटना के माध्यम से साहस और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता को दर्शाता है जिसने भारतीयों को मुक्ति की भावना दी। नब्बे के दशक और 2000 के दशक की शुरूआत में बनी यह कहानी दो अलग-अलग विभिन्न कथाओं को एक साथ लाती है। यह गांगुली द्वारा लंदन के लॉड्र्स स्टेडियम में टी-शर्ट निकाल कर लहराने से प्रेरित है, जिसने हजारों भारतीय को गर्वित होने का मौका दिया।

निर्देशक अभिनय देव कहते हैं, ‘सौरव गांगुली ने एक युग के अंत को यादगार बना दिया। नेटवेस्ट फाइनल में उनका यह कदम इतना शक्तिशाली था जिसने हमारी सोच में बड़ा बदलाव किया। यह फिल्म एक ऐसी लडकी के जीवन के साथ चलती है, जो सामाजिक दायित्वों से दबे पितृसत्तात्मक परिवार से आती है। फिल्म का पोस्टर सिर्फ पहला लुक है। इसकी कई और परतें हैं जो दर्शकों को एक बार ट्रेलर देखने के बाद समझ में आ जाएंगी।’ फिल्म के पीछे मूल विचार शिकागो स्थित कार्यकारी निर्माता माशा और रोहन सजदेह का था। बाद में कान्स में आयोजित भारत के पहले एडवर्टिजमेंट ग्रां प्री विजेता एंजेलो डायस ने इसकी कहानी और पटकथा लिखी। फिल्म में मुख्य भूमिका अभिनेत्री प्लाबिता बोरठाकुर (पीके, लिपस्टिक अंडर माय बुर्का) और अंकुर विकल (स्लमडॉग मिलियनेयर) निभा रहे हैं।