कुछ दिनों पहले शुरू हुआ #MeToo कैंपेन आज लगभग 2 दर्जन लोगों को अपने लपेटे में ले चूका है। नाना पाटेकर विकास बहल, सुभाष कपूर, साजिद खान, रजत कपूर और आलोकनाथ के चरित्र पर अब तक कई लोग ऊंगलियां उठ चुकी है। इन आरोपों के बाद इन सबसे उनका काम छीन लिया गया है। अभिनेत्री कंगना रनौत शुरू से ही #MeToo अभियान का सपॉर्ट खुलकर कर रही हैं। सबसे पहले कंगना ने ही यह ऐलान किया था कि जिस भी व्यक्ति पर यौन शोषण का आरोप लगा है, वह उसके साथ काम नहीं करेंगी। अब जब आरोप के बाद लोगों से उनका काम छीना गया तो कंगना ने कहा कि यह बहुत अच्छा हुआ कि उन बेशरम लोगों से काम छीना गया।
कंगना कहती हैं, 'यह मौका आपस में लड़कियों के झगड़ने का नहीं, बल्कि एक-दूसरे को सपॉर्ट करने का है। सभी लड़कियों को अपने कड़वे अनुभव बताने का हक है। मैं यहां किसी को गलत-सही नहीं कह रही, लेकिन यह बहुत अच्छा हो रहा है कि जिनके ऊपर यौन शोषण के आरोप लग रहे हैं, उनसे काम छीना जा रहा है... क्योंकि इन लोगों को बिना सजा दिए कोई शर्म नहीं आएगी। यह बहुत बेशरम लोग हैं। इस समय जिस तरह का माहौल बन गया है, उसमें गंभीरता से काम करने की जरूरत है, हमें ध्यान रखना होगा कि इस मुद्दे पर बात करते समय किसी भी तरह का कोई मजाक न हो। संवेदनशीलता और गंभीरता बनी रहे।'
रितिक रोशन के साथ हुए झगड़े का उदाहरण देते हुए कंगना कहती हैं, 'शोषण कई तरह के होते हैं, कुछ लोग कहते हैं मेरे साथ जो शोषण हुआ, उसमें मैं विक्टिम नहीं हूं, क्योंकि मैंने लड़ाई की, सबकुछ छोड़कर भागी नहीं, लेकिन किसी को प्यार के नाम पर लीगल नोटिस भेजना, मेंटल-इमोशनल घायल करना, हर दिन पुलिस वालों को मेरे घर भेजना और पूछताछ करवाना भी तो बहुत बड़ा हैरसमेंट है। इन सब चीजों को सुलझाने और अपनी लीगल लड़ाई में न जाने कितना पैसा मैंने खर्च किया, क्योंकि किसी को यह समझ नहीं आ रहा था कि केस क्या है। पूरी फिल्म इंडस्ट्री का मेरे खिलाफ एक साथ गैंग बना कर खड़ा होना भी तो शोषण ही था।'