#MeToo एक बेहतरीन पहल है, आवाज उठनी चाहिए: दिगांगना सूर्यवंशी

#MeToo मूवमेंट बॉलीवुड Bollywood पर कहर बन कर टुटा है। रोजाना इसमें एक नया नाम जुड़ रहा है। ऐसा लग रहा है मानो 'नो मीन्स नो' अब जाकर वास्तव में बॉलीवुड में चरितार्थ हो रहा है। वही इस कैंपेन पर कई सितारे अपनी राय दे रहे है कुछ का कहना है कि यह कैंपेन बेकार है लेकिन कुछ पीड़ितों के साथ खड़े नजर आए है। हाल ही में टीवी से बॉलीवुड में कदम रख चूकी एक्ट्रेस दिगांगना सूर्यवंशी का कहना है कि 'मैंने ऐक्टिंग 7 साल की उम्र से ही शुरू कर दी थी। सेट पर मेरे पैरंट्स हमेशा मेरे साथ हुआ करते थे। उनकी मौजूदी हमेशा सेंस ऑफ प्रोटेक्शन देती रही है। मीटू मूवमेंट एक बेहतरीन पहल है। आवाज उठनी चाहिए। देखिए, इसमें कौन सही है कौन गलत इसका फैसला कोर्ट करेगी। हैरसमेंट चाहे कोई भी हो लोगों को आगे आकर बात करनी होगी। साथ ही मैं लोगों से दरख्वास्त करूंगी कि वे किसी मूवमेंट का इंतजार नहीं करें, जब भी कुछ गलत लगे अपनी आवाज उठाएं।' अपने नए प्रॉजेक्ट्स के बारे में दिगांगना बताती हैं, 'फिल्मों के बहुत से ऑफर्स हैं। एक फिल्म की शूटिंग शुरू कर दी है। पहलाज निहलानी की इस फिल्म 'रंगीला राजा' में मैं गोविदां सर के ऑपोजिट हूं। इसके अलावा एक और फिल्म साइन की है, जिसके बारे में बात करना जल्दबाजी होगी।

बता दे, पिछले हफ्ते दिगांगना सूर्यवंशी की 2 फिल्में रिलीज हुई हैं। महेश भट्ट की 'जलेबी' और गोविंदा के साथ फिल्म 'फ्राइडे'। माना जाए तो दोनों ही फिल्मों से वह डेब्यू कर रही हैं। दिगांगना छोटा पर्दा छोड़ने के बाद 'बिग बॉस' में आखिरी बार नजर आई थीं। उन्होंने कुछ समय का ब्रेक लिया था ताकि वह खुद को फिल्मों के लिए तैयार कर सकें।

दिगांगना कहती हैं, 'मैं अपने अनुभवों से सीखना चाहती हूं। फिल्म में एक ऐक्ट्रेस के रूप में कई तरह के चैलेंजे मिल रहे हैं। यहां आकर देखा तो मालूम पड़ा कि फिजिकल फिटनेस बहुत मायने रखती है। ख़ुद को मेंटेन रखने के लिए कई तरह की तैयारी करनी पड़ती है। मैंने फ़िल्मों के लिए अपना 7 किलो वजन घटाया है।'