#MeToo मूवमेंट बॉलीवुड Bollywood पर कहर बन कर टुटा है या फिर यह भी कह सकते है कि यह कैंपेन इस समय भारत मे अपने शबाब पर चल रहा है। तनुश्री दत्ता से शुरू हुआ यह अभियान केंद्रीय मंत्री एम.जे.अकबर से होता हुआ फिल्मिस्तान के साजिद खान तक पहुंच गया है। महिलाओं का आपबीती पर 'मीटू' के बहाने मुखर होना, खुशी की बात है, लेकिन पुरुषों पर लगाए जा रहे हर आरोप को 'मीटू' के सांचे में फिट बैठाना क्या सही है? वही गायक-संगीतकार बप्पी लाहिड़ी का मानना है कि महिलाओं को यौन उत्पीड़न की शिकायत उस वक्त करनी चाहिए थी, जब यह घटना उनके साथ हुई। उन्हें लगता है कि तब महिलाओं को इसके लिए न्याय मिलता। बप्पी सोमवार का 'मौसम इकरार के दो पल प्यार के' के म्यूजिक लॉन्च पर पहुंचे। उनके साथ इस फिल्म के मुकेश भारती और मंजू भारती और निर्देशक पार्थो घोष भी वहां मौजूद थे।
'मीटू' के बारे में बप्पी ने कहा, "भारत में हम महिलाओं का सम्मान करते हैं चाहे वह मां हो, बहन हो, बेटी हो या पत्नी हो। मैं हर साल छह महीने अमेरिका में रहता हूं, लेकिन मुझे नहीं लगता कि हमारे देश जैसी खूबसूरत संस्कृति पूरी दुनिया में कहीं और है। मीटू मूवेमेंट हॉलीवुड में चल रहा है, लेकिन भारत में महिलाएं मीडिया और सोशल मीडिया पर दशकों पुरानी घटनाएं ला रहीं हैं।"
उन्होंने कहा, "इसलिए मेरा कहना यह है कि उस वक्त मामला क्यों नहीं उठाया गया था। जब हुआ था, तब शिकायत क्यों नहीं दर्ज करवाई, एफआईआर क्यों नहीं लिखवाई गई? अगर इन चीजों का खुलासा पहले होता तो उन्हें इसके लिए न्याय मिलता।"
उन्होंने कहा, "हम 'मौसम इकरार के दो पल प्यार के' फिल्म का संगीत लॉन्च कर रहे हैं। अगर इस फिल्म के बारे में हम 10 साल बाद बात करेंगे तो इसका कोई मतलब नहीं होगा।"