हिन्दी फिल्म से नहीं, बल्कि साउथ के हिन्दी वर्जन से डेब्यू करेंगे महेश बाबू

दक्षिण भारत के सुपर सितारे समय-समय पर अपने भाग्य को हिन्दी फिल्मों में भी आजमाते नजर आते हैं। वहाँ के कई सितारों ने हिन्दी फिल्मों में काम किया लेकिन उंगलियों पर गिने जा सकने वाले सितारों को ही हिन्दी फिल्मों में सफलता प्राप्त हुई। इसी कड़ी में पिछले कुछ वर्षों से महेश बाबू का नाम भी जोड़ा जाता रहा है कि वे बॉलीवुड में डेब्यू करने वाले हैं। लेकिन अभी तक ऐसा हुआ नहीं है। अब सुनने में आ रहा है कि महेश बाबू हिन्दी सिनेमा में कदम रखने जा रहे हैं।

हमारे सुधि पाठक और महेश बाबू के प्रशंसक यह जानने को बेताब होंगे कि आखिर महेश बाबू कौन सी हिन्दी फिल्म से डेब्यू करने जा रहे हैं। आप अपने कयासों को यहीं विराम दीजिए और हम आपको बताते हैं कि यह कोई हिन्दी फिल्म नहीं होगी अपितु उनकी तेलुगु भाषा में बन रही फिल्म ‘महर्षि’ होगी, जिसे हिन्दी में डब किया जाएगा।

दरअसल, महेश बाबू की बढ़ती लोकप्रियता और उनकी पिछली फिल्मों के रिकॉर्ड को देखते हुए उनकी आने वाली फिल्म ‘महर्षि’ को हिंदी में रिलीज करने की तैयारी की जा रही है। फिल्म निर्माता इस फिल्म को तमिल, तेलुगु के साथ ही हिंदी में भी प्रदर्शित करने की तैयारी में है।

पिछले कुछ समय से देखा गया है कि दर्शकों को इस बात से कोई फर्क नहीं पड़ता है कि फिल्म कौन सी भाषा में बनी है। वो सिर्फ फिल्म के विषय की ओर आकर्षित होता है और फिल्म को देखता है। इस बात का सबूत गत कुछ माह में प्रदर्शित हुई दक्षिण भारत की 2.0, केजीएफ चैप्टर-1 और पेट्टा की सफलता से मिलता है। मूल रूप से यह तीनों फिल्मों तमिल, तेलुगु और कन्नड भाषा में बनाई गई और हिन्दी भाषी क्षेत्रों में इनका हिन्दी वर्जन प्रदर्शित किया गया। इन फिल्मों को उत्तर भारत में बड़ी कामयाबी मिली, जिसके बाद अब दक्षिण के निर्माता अपनी फिल्मों को हिन्दी में डब करके प्रदर्शित कर रहे हैं। इन्हीं फिल्मों की सफलता को देखते हुए निर्माता महेश बाबू की फिल्म को भी हिंदी में रिलीज करने की तैयारी में है।

महेश बाबू की फिल्म ‘महर्षि’ का पहले ही काफी बज्ज है। ऐसे में निर्माता इसका पूरा फायदा उठाना चाहते हैं और बिना बॉलीवुड डेब्यू के ही महेश बाबू सीधा हिंदी सिनेप्रेमियों के दिलों पर राज करने की तैयारी में है। दक्षिण भारत में महेश बाबू की लोकप्रियता उनके समकालीन सुपरस्टार्स अल्लू अर्जुन, राणा दग्गुबाती से काफी आगे पहुंच चुकी है।