कुछ ही घंटों में परिवार को मिल जाएगा श्रीदेवी का शव...

मशहूर अदाकारा श्रीदेवी के पार्थिव शरीर को भारत लाने का रास्ता लगभग साफ हो चुका है। बताया जा रहा है कि दुबई पब्लिक प्रॉसिक्यूशन डिपार्टमेंट ने श्रीदेवी की मौत के मामले में कानूनी प्रक्रियाओं को लगभग पूरा कर लिया है। इतना ही नहीं, श्रीदेवी के पार्थिव शरीर को दुबई से मुंबई लाने की अनुमति भी मिल गई है। दुबई पुलिस ने परिजनों और भारतीय वाणिज्य दूतावास को श्रीदेवी के पार्थिव शरीर को ले जाने का अनुमति पत्र दे दिया है। अब शव के लेपन की प्रक्रिया पूरी कर श्रीदेवी के पार्थिव शरीर को मुंबई लाया जाएगा। दुबई की जांच एजेंसियों ने इस मामले में पहले ही किसी तरह के साजिश के ऐंगल को खारिज कर दिया था लेकिन जरूरी कानूनी कार्यवाहियां पूरी की जा रहीं थीं।

वही एशियानेट न्यूज के हवाले के मिली जानकारी के अनुसार श्रीदेवी के सिर पर गहरे चोट के निशान पाए गए हैं। बोनी कपूर से अब तक 3 बार पूछताछ की जा चुकी है और आगे भी की जा सकती है। बता दें कि श्रीदेवी के बेसुध होकर बाथटब में डूबने से मौत के दावे पर कई सवाल उठ खड़े हुए थे उसके बाद सिर मे चोट के निशान मिलने के बाद अब उनके बेहोश होकर बाथटब में गिरकर मौत की बात सही हो गई है।

बता दे, दुबई पब्लिक प्रॉसिक्यूशन डिपार्टमेंट श्रीदेवी की मौत के मामले में फूंक-फूंक कर कदम उठा रही है। वह श्रीदेवी का शव उनके परिजनों को सौंपने से पहले 100 फीसदी निश्चिंत होना चाहती थी। शव मिलने में हो रही देरी की यही वजह थी। श्रीदेवी की बॉडी रिलीज करने की इजाजत मिलने के बाद भी बोनी कपूर और उनकी बहन श्रीलता को एक अंडरटेकिंग देना होगा कि वे भविष्य में जरूरत पड़ने पर जांच मे सहयोग के लिए दुबई आएंगे। यह अंडरटेकिंग एक भारतीय उच्चायोग अधिकारी के उपस्थिति में देनी होगी। इस मामले में एक नई बात सामने आ रही है, वह श्रीदेवी की बहन श्रीलता को लेकर है। रिपोर्ट्स के मुताबिक श्रीलता घटना वाली शाम दुबई के उस होटल में मौजूद थीं। बताया जा रहा है कि एक नौकरानी भी उनके साथ थी। पुलिस ने इस सिलसिले में श्रीलता का भी बयान लिया है। श्रीदेवी की बहन श्रीलता का संपत्ति विवाद लंबे समय से चल रहा था। दोनों के बीच लंबे समय तक बातचीत भी बंद थी। बोनी कपूर द्वारा विवाद सुलझाने के बाद पिछले कुछ समय से दोनों में अच्छे संबंध थे। हालांकि मोहित मारवाह की शादी से पहले प्रॉपर्टी का मुद्दा परिवार में गरमाया था।